2 दिन की हड़ताल पर रहेंगे 9 लाख बैंक कर्मचारी, नहीं होंगे चेक क्लीयरेंस और फंड ट्रांसफर

देशभर के सरकारी बैंकों में कामकाज प्रभावित होगा, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब नौ लाख कर्मचारी आज से दो दिन की हड़ताल (Bank Union Strike) पर चले गए हैं. ऐसे में आम लोगों को बैंक से जुड़े कामकाज निपटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

Update: 2021-12-16 05:40 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अगर आप किसी काम के लिए बैंक जाने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, आज से देशभर के सरकारी बैंकों में कामकाज प्रभावित होगा, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब नौ लाख कर्मचारी आज से दो दिन की हड़ताल (Bank Union Strike) पर चले गए हैं. ऐसे में आम लोगों को बैंक से जुड़े कामकाज निपटाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दो दिन की हड़ताल (16 और 17 दिसंबर) का आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक्स यूनियन (UFBU-United Forum of Bank Unions) ने किया है.

हड़ताल पर क्यों गए हैं बैंक कर्मचारी
बैंक यूनियन के नेताओं ने कहा कि इस हड़ताल का आह्वान सरकार द्वारा दो सरकारी बैंकों के निजीकरण के प्रयास के खिलाफ किया गया है. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन (एआईबीओसी) के महासचिव सौम्य दत्ता ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य श्रम आयुक्त के समक्ष सुलह-सफाई बैठक विफल रही और यूनियनों ने हड़ताल पर जाने के फैसले को कायम रखा है.
सरकारी बैंकों में नहीं हो सकेंगे ये काम
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) सहित ज्यादातर बैंकों ने पहले ही अपने ग्राहकों को सूचित कर दिया है कि हड़ताल की वजह से चेक क्लीयरेंस और फंड ट्रांसफर जैसी बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. दो दिन के हड़ताल के बाद रविवार (19 दिसंबर) को छुट्टी की वजह से बैंक बंद रहेंगे. ऐसे में बैंक ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
केंद्र सरकार ने बजट में दिया था प्रस्ताव
बता दें कि केंद्र सरकार ने बजट 2021-22 में इस साल के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव किया था. सरकार ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक (Banking Laws (Amendment) Bill 2021) लाने की तैयारी में है.


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