मार्किट न्यूज़: इस महीने देश के कई बड़े बैंकों ने अपने फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के इंटरेस्ट रेट्स में इजाफा किया है। इसी कड़ी में प्राइवेट सेक्टर लेंडर यस बैंक (Yes Bank) का नाम भी जुड़ गया है। यस बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर स्पेशल फिक्स डिपाजिट स्कीम लॉन्च की है। साथ ही, यस बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम के फिक्स्ड डिपॉजिट पर सभी समयावधि के लिए ब्याज दरों में इजाफा भी किया है। इंटरेस्ट रेट में इस इजाफे के बाद बैंक अब जनरल पब्लिक को 6.75 पर्सेंट और सीनियर सिटीजन को 7.50 पर्सेंट का ब्याज देगा। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार बढ़ी हुई नई ब्याज दरें 12 अक्टूबर से लागू हैं।
Yes Bank की स्पेशल एफडी स्कीम: यस बैंक ने 20 महीने से 22 महीने की एफडी पर जनरल पब्लिक को 7.25 पर्सेंट और सीनियर सिटीजन को 7.75 पर्सेंट ब्याज देने का फैसला किया है। दूसरी ओर, कस्टमर प्राइस इंडेक्स (CPI) के अनुसार खुदरा महंगाई दर सितंबर में पिछले 5 महीने के हाइएस्ट लेवल 7.41 पर्सेंट पर पहुंच गई है। जबकि इससे पिछले महीने अगस्त में भारत की खुदरा महंगाई दर 7 पर्सेंट थी। इसको देखते हुए आरबीआई (RBI) अपनी अगली मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग में रेपो रेट (Repo rate) में और इजाफा कर सकता है।
इस टेन्योर पर मिलेगा 6.75 पर्सेंट का ब्याज: ब्याज दरों में इजाफे के बाद अब यस बैंक (Yes Bank) अपने ग्राहकों को 7 दिन से 14 दिन की एफडी पर 3.25 पर्सेंट, 15 दिन से 45 दिन की एफडी पर 3.70 पर्सेंट, 46 दिन से 90 दिन की एफडी पर 4.10 पर्सेंट, 3 महीने से 6 महीने की एफडी पर 4.75 पर्सेंट, 6 महीने से 9 महीने की एफडी पर 5.50 पर्सेंट, 9 महीने से 1 साल की एफडी पर 5.75 पर्सेंट, 1 साल से 18 महीने की एफडी पर 6.25 पर्सेंट जबकि 18 महीने से 20 महीने की एफडी पर 6.75 पर्सेंट का ब्याज देगा। दूसरी ओर यस बैंक अपने सीनियर सिटीजन को 7 दिन से 36 महीने की एफडी पर एडिशनल 50 बेसिस प्वाइंट और 36 महीने से 120 महीने की एफडी पर एडिशनल 75 बेसिस प्वाइंट का ब्याज देगा।
Repo rate बढ़ने के बाद कई बैंकों ने बढ़ाए FD रेट्स: आरबीआई ने 30 सितंबर को मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में रेपो रेट (Repo rate) को 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 5.90 पर्सेंट कर दिया था। रेपो रेट में इस इजाफे के बाद कई बैंकों ने अपने एफडी रेट्स में इजाफा करना शुरू कर दिया। इन बैंकों में बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, डीसीबी बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आईडीबीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और कर्नाटका बैंक शामिल हैं।