जोधपुर जिले में मिर्ची की अच्छी फसल से किसानों की अच्छी आमदनी की उम्मीद बंधी है. इस क्षेत्र की मिर्ची के बारे में कहा जाता हैं जितनी लम्बी मिर्च उतना ही बेहतरीन मिर्च का तीखापन होता है. इस साल मथानिया की मिर्ची किसान के खेतों में खूब लगी हुई है. मिर्ची की खेतों में लहलहाती फसल देखकर कई साल बाद अच्छी फसल से किसान बहुत खुश नजर आ रहे हैं क्योंकि पिछले कई साल से मिर्ची का रकबा काफी घट गया था और ये मिर्ची लुप्त होती जा रही थी.
खेतों में लौटी चमक
इस साल मथानियां की मिर्ची की चमक व स्वाद फिर लौट आई है. किसान विकास खिंची पेशे से अधिवक्ता हैं, लेकिन उन्होंने वकालत नही करके खेती का पेशा चुना अब अपनी फसल देखकर बहुत खुश हैं. यहां का किसान परंपरागत मिर्ची की खेती को छोड़कर दूसरी फसल को उगाने लगे थे, लेकिन अब देशभर के मिर्ची बाजार के कारोबारी लगातार मांग कर रहे थे. इस वर्ष अच्छी फसल होने से कारोबारियों की फिर मांग बढ़ रही है. जोधपुर जिले में मिर्ची की लगभग 800 हैक्टेयर में बुवाई हुई है. इस बार फसल अच्छी है जिले के मथानिया, सोयला व पीपाड़ क्षेत्र प्रमुख रूप से किसानों ने मिर्ची की खेती की है. जिले में इस बार 500 मीट्रिक टन मिर्ची के उत्पादन का अनुमान है. गत वर्ष 700 हैक्टेयर में बुवाई हुई थी. इस बार 100 हैक्टेयर में गत सीजन से ज्यादा बुवाई होने का अनुमान है.