3 लाख रिटर्न रोजाना IT पोर्टल पर भरे जा रहे, जाने तकनीकी दिक्कतें जल्द होंगी दूर
आयकर रिटर्न दाखिल (Income Tax return) करने के नए पोर्टल में तकनीकी खामियों के कारण आलोचना झेलने वाली इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सलिल पारेख ने बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी द्वारा विकसित नए पोर्टल में लगातार सुधार हो रहा है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आयकर रिटर्न दाखिल (Income Tax return) करने के नए पोर्टल में तकनीकी खामियों के कारण आलोचना झेलने वाली इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सलिल पारेख ने बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी द्वारा विकसित नए पोर्टल में लगातार सुधार हो रहा है और उस पर 1.9 करोड़ रिटर्न दाखिल किए जा चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि करदाताओं की चिंताओं को लगातार दूर किया जा रहा है। पारेख ने उल्लेख किया कि 3.8 करोड़ उपयोगकर्ताओं ने विभिन्न लेनदेन पूरे किए हैं और हर दिन 2-3 लाख रिटर्न दाखिल किए जा रहे हैं।
पारेख ने दूसरी तिमाही के लिए कंपनी के नतीजों की घोषणा के बाद संवाददाताओं से कहा, ''हम आयकर प्रणाली में निरंतर सुधार देख रहे हैं। कल तक हमारे पास 1.9 करोड़ से अधिक रिटर्न थे जो नई प्रणाली का उपयोग करके दाखिल किए गए हैं। आज आयकर रिटर्न फॉर्म 1 से 7 सभी काम कर रहे हैं। अधिकांश वैधानिक फॉर्म सिस्टम पर उपलब्ध हैं।''
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि ये तकनीकी गड़बड़ियां कब तक पूरी तरह से दूर हो जाएंगी और पोर्टल पर सभी सुविधाएं कर रिटर्न फाइल करने वालों के लिए उपलब्ध होंगी। इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 11.9 प्रतिशत बढ़कर 5,421 करोड़ रुपये (12.88 रुपये प्रति शेयर) पर पहुंच गया। वैश्विक स्तर पर अधिक अनुबंधों की वजह से कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए अपने राजस्व के अनुमान को बढ़ा दिया है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,845 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका शुद्ध लाभ जून तिमाही से 4.4 प्रतिशत अधिक रहा है।
कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी आमदनी 20.5 प्रतिशत बढ़कर 29,602 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 24,570 करोड़ रुपये थी। बेंगलुरु की कंपनी ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने राजस्व वृद्धि के अनुमान को बढ़ाकर 16.5-17.5 प्रतिशत कर दिया है। इससे पहले कंपनी ने अपने राजस्व में 14 से 16 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था।