इस सरकारी बैंक पर लगा 13 करोड़ का जुर्माना, जानिए अब क्या होगा बैंक ग्राहकों पर असर
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने सोमवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के केंद्रीय बैंक ने मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून का उल्लंघन
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने सोमवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के केंद्रीय बैंक ने मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून का उल्लंघनकरने को लेकर 13 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया है.
बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि संयुक्त अरब अमीरात के केंद्रीय बैंक ने बैंक ऑफ बड़ौदा, जीसीसी ऑपरेशंस, दुबई पर 6,833,333 अमीराती दिनार (13.56 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है. बैंक ने कहा कि वह संबंधित कानून के अनुपालन के लिये उचित कदम उठा रहा है और केंद्रीय बैंक के साथ संपर्क स्थापित कर रहा है. इसके अलावा अनुपालन को बेहतर बनाने के लिये भी उपाय किये जा रहे हैं.
बैंक के ग्राहकों पर भी क्या होगा असर?
आए दिन बैंकों की ओर से दिशानिर्देशों की अनदेखी और गड़बड़ियों के मामले सामने आते रहते हैं. बैंकों पर कार्रवाइयों की खबरें उपभोक्ताओं का ध्यान खींचती रही है. ऐसे में उपभोक्ताओं को अक्सर एक ही डर लगा रहता है कि उनके पैसे कितने सुरक्षित हैं. इस कार्रवाई से कहीं बैंकों में जमा उनके पैसों पर तो कोई खतरा नहीं! तो बता दें कि ऐसा कोई असर नहीं होने वाला. इस बैंक में जिन लोगों के अकाउंट हैं वो पूरी तरह सुरक्षित हैं. बैंक में जमा पैसों पर इस विलय का कोई असर नही होगा.
बता दें बैंक ऑफ बड़ौदा ने हाल ही में विजया बैंक और देना बैंक की 3,898 शाखाओं के एकीकरण और उसे स्वयं में मिलाने का काम पूरा कर लिया है. दरअसल एक अप्रैल, 2019 को विजया बैंक और देना बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हुआ था. बैंक ऑफ बड़ौदा ने देना बैंक की 1,770 शाखाओं के एकीकरण का काम दिसंबर 2020 में पूरा कर लिया जबकि पूर्ववर्ती विजया बैंक की 2,128 शाखाओं को सितंबर 2020 में बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में एकीकरण कर लिया गया था.