विश्व

पाकिस्‍तानी सेना और टीटीपी के बीच जंग जैसे हालात, जानिए क्यों वायरल हो रहा यह बयान

Neha Dani
2 Jan 2023 9:21 AM GMT
पाकिस्‍तानी सेना और टीटीपी के बीच जंग जैसे हालात, जानिए क्यों वायरल हो रहा यह बयान
x
पिछले साल पाकिस्‍तान और तालिबान के बीच कई बार भीषण जंग हुई है।
इस्‍लामाबाद: पाकिस्‍तान की सेना और तहरीक-ए-तालिबान आतंकियों के बीच जंग जैसे हालात हैं। बाजवा और इमरान खान की आपसी फूट और तालिबान की शह पाकर टीटीपी आतंकी काफी मजबूत हो गए हैं और पाकिस्‍तानी सेना का जमकर खून बहा रहे हैं। वहीं नए पाकिस्‍तानी आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर हर दिन केवल बैठक ही कर रहे हैं। इस बीच टीटीपी आतंकी एक वीडियो जमकर शेयर कर रहे हैं जिसमें एक पाकिस्‍तानी लेखक लाल खान ने पाकिस्‍तानी सेना की पोल खोलकर रख दी है। इस वीडियो में लाल खान कहते हैं कि पाकिस्‍तानी सेना के जनरल योद्धा नहीं बल्कि प्रॉपर्टी डीलर हैं।
बताया जा रहा है कि चर्चित लेखक लाल खान का यह वीडियो काफी पुराना है लेकिन ताजा हालात को ही बयां करता है। इस वीडियो लाल खान कहते हैं, 'पाकिस्‍तान की सेना में अब इस देश में बड़ा मार्शल लॉ लागू करने की क्षमता नहीं रह गई है। पाकिस्‍तानी सेना के जनरल योद्धा नहीं बल्कि प्रॉपर्टी डीलर हैं। प्रॉपर्टी डीलरों ने कौन सी जंगें लड़ी हैं। इन जनरलों और सेना के अंदर देश की खातिर जान देने और खून बहाने का नजरिया ही खत्‍म हो गया है। सेना के अंदर भ्रष्‍टाचार इतना ज्‍यादा हो गया है कि सिपाही अपने सीनियर को रिश्‍वत देकर छुट्टी लेता है।'
लाल खान के इस बयान को टीटीपी आतंकियों के समर्थक जमकर शेयर कर रहे हैं। दरअसल, टीटीपी आतंकियों और पाकिस्‍तानी सेना के बीच जंग के आसार बढ़ते जा रहे हैं। पाकिस्‍तान में राष्‍ट्रीय सुरक्षा कमिटी की आज बैठक हो रही है और माना जा रहा है कि इसमें टीटीपी आतंकियों के खिलाफ हमले के लिए बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इससे पहले शुक्रवार को भी एनएससी की बैठक हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं ल‍िया जा सकता है।
पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक शहबाज शरीफ की सरकार और सेना के बीच यह फैसला हुआ है कि टीटीपी के साथ अब कोई भी सीधी बातचीत नहीं होगी। उन्‍होंने यह भी माना कि पिछली बाजवा, जनरल फैज और इमरान खान की तिकड़ी का टीटीपी के साथ बातचीत का फैसला गलत था और वांछित परिणाम देने में फेल रहा। यही नहीं अब टीटीपी को लेकर पाकिस्‍तान तालिबान पर दबाव बनाएगा और उसे यह साफ-साफ बता देगा कि टीटीपी आतंकी पाकिस्‍तान की रेड लाइन हैं।
पाकिस्‍तान ने यह भी फैसला किया है कि वह तालिबान को टीटीपी को खत्‍म करने का एक मौका देगा। अगर तालिबान सरकार विफल रही तो पाकिस्‍तान की सेना अफगानिस्‍तान में घुसकर हमले करेगी और सीमा पार टीटीपी के ठिकानों को तबाह करके रख देगी। यही नहीं इस कड़े रुख के बाद भी तालिबान के साथ पाकिस्‍तान बातचीत करना जारी रखेगा। पिछले साल पाकिस्‍तान और तालिबान के बीच कई बार भीषण जंग हुई है।

Next Story