मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने ईरान में वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि ईरान में स्थिति गंभीर है। उन्होंने कहा कि ईरान में विरोध-प्रदर्शनों के बीच पिछले दो महीनों में 300 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिनमें 40 से अधिक बच्चे शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर तुर्क के एक प्रवक्ता ने कहा, 'सप्ताहांत में दो बच्चों सहित ईरान में विरोध प्रदर्शनों से मौतों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा बलों द्वारा प्रतिक्रिया की सख्ती, देश में गंभीर स्थिति को रेखांकित करती है।'
बता दें कि ईरान में 16 सितंबर को पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत के बाद से इस्लामी गणतंत्र में राष्ट्रव्यापी विरोध शुरू हो गया है। महिला अमिनी को हिजाब विवाद को गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसकी मौत पुलिस की हिरासत में हो गई थी।
तेहरान ने विदेशी दुश्मनों और उनके एजेंटों पर विरोध प्रदर्शनों को अंजाम देने का आरोप लगाया है। वहीं, ईरान की फुटबाल टीम ने विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में सोमवार को अपने पहले विश्व कप मैच से पहले राष्ट्रगान गाने से मना कर दिया। बता दें कि इस सप्ताह के अंत में, जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद विरोध प्रदर्शनों पर बहस करेगी