रूस-यूक्रेन के बीच जारी (Russia-Ukraine) जंग के बीच क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि रूस बहुत बड़ा है, इसे प्रतिबंधों से अलग-थलग करना संभव नहीं है. वहीं पश्चिमी देशों की मदद के भरोसे पर टिके यूक्रेन ने अपने डेलिगेशन के एक अधिकारी को मार दिया. यूक्रेन वार्ता डेलिगेशन के इस सदस्य की शनिवार को सिक्योरिटी सर्विस ऑफ यूक्रेन (SBU) द्वारा हत्या कर दी गई.
जासूसी के आरोप में पहला मर्डर
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि एसबीयू को संदेह था कि वह एक रूसी जासूस था. इस खबर को कई मीडिया आउटलेट्स और टेलीग्राम चैनलों द्वारा रिपोर्ट किया गया है, हालांकि जानकारी की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. यूएनआईएएन (UNIAN) की रिपोर्ट के अनुसार, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसबीयू (SBU) के पास डेनिस किरीव के देशद्रोही होने का सबूत था, जिसमें टेलीफोन पर हुई बातचीत भी शामिल थी.
गोली से उड़ाया
एसबीयू ने कथित तौर पर, किरीव की गिरफ्तारी के दौरान ही गोली मारकर हत्या कर दी थी, क्योंकि उस पर देशद्रोह से जुड़ी गतिविधियों में शामिल होने का संदेह था. रिपोर्ट के अनुसार, किरीव को कुलीन वर्ग का व्यक्ति माना जाता था, जिसके यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति विक्टर यानुकोविच के सहयोगी आंद्रेई क्लाइव के साथ भी संबंध बताए जा रहे हैं. एक स्वतंत्र राजनीतिक विश्लेषक मारियो डुबोविकोवा ने कहा, 'किरीव वास्तव में कीव के केंद्र में मारा गया था. उसे सचमुच मार डाला गया था, पेचेर्सक कोर्ट के प्रवेश द्वार पर सिर में गोली मार दी गई थी.'
2006 से 2008 तक, किरीव ने एससीएम फाइनेंस में काम किया, जहां उन्होंने उप महा निदेशक का पद संभाला. इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रियाई कंपनी ग्रुप स्लेव एजी कल्यूवेव के लिए काम किया. 2006 से 2012 तक, वह यूक्रेसिमबैंक के पर्यवेक्षी बोर्ड के सदस्य भी रहे. इसके अलावा बताया जा रहा है कि उन्होंने 2010 से 2014 तक ओसचडबैंक के बोर्ड के पहले उपाध्यक्ष का पद संभाला. किरीव ने प्राइवेट इक्विटी फंड और फिक्स्ड इनकम फंड का भी प्रबंधन किया.