ब्रिटेन में सांसदों के एक प्रभावशाली समूह ने कहा है कि सरकार बीजिंग में 2022 के शीतकालीन ओलंपिक खेलों का राजनीतिक बहिष्कार का समर्थन करे। यह मांग इसलिए उठाई गई ताकि चीन सरकार पर शिनजियांग प्रांत में उइगुर मुसलमानों तथा अन्य जातीय समूहों के नरसंहार के खिलाफ दबाव बनाया जा सके। सांसदों ने उइगरों के शोषण पर चीन को जिम्मेदार ठहराने का आग्रह भी सरकार से किया।
कंजर्वेटिव सांसद टॉम टगेंधाट की अगुआई वाली विदेश मामलों की समिति ने एक रिपोर्ट में कहा कि शिनजियांग में हो रहे अत्याचार अंतरराष्ट्रीय संकट का प्रदर्शन करते हैं जिससे किसी भी सभ्य सरकार का मुंह मोड़ना एकदम गलत है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की कंजर्वेटिव सरकार को उत्तर-पश्चिम चीन में उइगर तथा अन्य मुस्लिम और जातीय तुर्की भाषा समूह से जुड़े अल्पसंख्यकों के खिलाफ बीजिंग की नीतियों को नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध घोषित करने के ब्रिटिश सांसदों के अप्रैल में लिए फैसले का समर्थन करना चाहिए। कई अन्य सिफारिशों के साथ ही ब्रिटिश सांसदों की समिति ने कहा कि सरकार को ओलंपिक खेलों में भाग नहीं लेना चाहिए जो फरवरी 2022 में होने हैं और अन्य लोगों से भी ऐसा नहीं करने का अनुरोध करना चाहिए।
चीन ने ताइवान सीमा में भेजे लड़ाकू विमान, खदेड़ा गया
चीन के लड़ाकू जेट विमानों ने एक बार फिर से ताइवान की वायु सीमा में घुसकर अंतरराष्ट्रीय नियम तोड़े हैं। चीनी लड़ाकू विमान ताइवान के वायु सीमा क्षेत्र (एडीआईजेड) में इस माह की चौथी बार घुसे। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इसके जवाब में ताइवान ने पहले रेडियो चेतावनी दी और फिर अपने विमानों को उन्हें खदेड़ने के लिए भेजा। ताइवान ने कहा, इन विमानों ने काफी कम गति में उड़ान भरी थी।