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लंदन, (आईएएनएस)| 2017 में मैनचेस्टर एरिना में हुए हमले को रोकने के 'महत्वपूर्ण' मौके से ब्रिटेन की सुरक्षा सेवाएं चूक गई थी, सार्वजनिक जांच से यह बात सामने आई है, इस हमले में 22 लोग मारे गए थे। जांच अध्यक्ष जॉन सॉन्डर्स ने कहा, इस महत्वपूर्ण चूक के कारणों में एक सुरक्षा सेवा अधिकारी द्वारा तेजी से कार्य करने में विफलता शामिल है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने रिपोर्ट के हवाले से कहा, हालांकि निश्चित रूप से यह साबित करना असंभव है कि हमले को रोका जा सकता था, इस बात की संभावना थी कि खुफिया जानकारी प्राप्त की जा सकती थी, जिससे हमले को रोकने के लिए कार्रवाई की जा सकती थी।
सॉन्डर्स की पूर्व रिपोटरें में बड़ी कमियां पाई गई हैं, बमबारी के विनाशकारी प्रभाव को रोकने के लिए सुरक्षा सेवाओं द्वारा अवसरों को खो दिया गया था। सार्वजनिक जांच द्वारा प्रकाशित तीन रिपोटरें में से पहली, जो सितंबर 2020 में शुरू हुई, ने ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस, संचालकों और उनके कॉन्ट्रेक्टेड सुरक्षा प्रदाताओं की आलोचना की।
इस्लामी चरमपंथी आत्मघाती हमलावर ने 22 मई, 2017 को गायक एरियन ग्रांडे के संगीत कार्यक्रम के बाद मैनचेस्टर एरिना से बाहर निकलते ही बम विस्फोट कर दिया। 2005 में लंदन में हुए बम धमाकों के बाद से यह ब्रिटेन में सबसे भीषण आतंकी हमला था, 2005 में 52 लोग मारे गए थे।
--आईएएनएस
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Rani Sahu
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