आतंकी हाफिज सईद के जमात-उल-दावा (JuD) के दो सदस्य की पाकिस्तान में गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि जमात-उल-दावा के दोनों सदस्य ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करके एक मस्जिद से लौट रहे थे, तभी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक प्रतिद्वंद्वी संगठन के सदस्यों ने कथित तौर पर उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. घटना रविवार को फैसलाबाद के जरांवाला चक 97 जिले में हुई, जो लाहौर से 130 किलोमीटर दूर स्थित है.
राशिद अली और उसका दोस्त शाहिद फारूक जमात-उल-दावा से ताल्लुक रखते थे. ईद-उल-अजहा की नमाज अदा करने के बाद (रविवार को) अहल-ए-हदीस की मस्जिद से बाहर आ रहे थे, तभी संदिग्ध अशरफ काशी, जमील और दो अन्य लोगों ने उन्हें रोक लिया. पुलिस के मुताबिक, चारों संदिग्धों ने राशिद अली और उसके दोस्त शाहिद फारूक पर गोलियां चलाईं. पुलिस ने बताया कि इस दौरान फारूख जब राशिद अली के बचाव में आया तो आरोपियों ने फारूक को भी गोली मार दी. पुलिस ने बताया कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. राशिद के भाई आसिफ अली ने पुलिस को बताया कि घटना के दौरान वह कुछ दूरी पर था. आसिफ ने कहा कि आरोपियों ने राशिद और फारूख को गोली मारने के बाद दोनों के शरीर पर लात मारी और धार्मिक नारे लगाए. उधर, पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी प्रतिद्वंद्वी जमात अहले-सुन्नत से जुड़े थे.
मृतक राशिद अली के भाई आसिफ ने पुलिस को बताया कि आरोपियों के मन में अहले हदीस की मस्जिद बनाने को लेकर राशिद से दुश्मनी थी, क्योंकि वे इसे अपने संप्रदाय के लिए बनाना चाहते थे. पुलिस ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.