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बीजिंग (आईएएनएस)| चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के यातायात में दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति हुई है। यातायात संस्थापन संपूर्ण होने के साथ पहले कुछ सुदूर या दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन उद्योग तेजी से विकसित हो रहा है।
टोबग्याल पूर्वी तिब्बत की मी लिन काउंटी के पांग चोंग गांव में रहते हैं। वे एक छोटे परिवार होटल का मालिक हैं। उन का होटल एक सुंदर तिब्बती शैली वाली तीन मंजिली इमारत है, जिस में 8 गेस्ट रूम और 12 पलंग हैं। यहां नामजाग्बार्वा चोटी और यार्लुंगत्सांगपो नदी की बृहद घाटी जैसे दर्शनीय स्थल जाने के रास्ते पर स्थित है उन्होंने बताया कि पहले यहां यातायात की स्थिति बहुत खराब थी। पहाड़ी गांव में बहुत कम लोग आते थे। पर आज रेलवे, हवाई अड्डा और मार्ग हमारे गांव के पास आ चुके हैं। हम विभिन्न क्षेत्रों से आये मेहमानों का सत्कार करते हैं।जब पर्यटन की पीक सीजन आती है,तो टोबग्याल के परिवार होटल में जगह मिलना बहुत कठिन है। उन की दैनिक आय लगभग 2 हजार युवान यानी बीस हजार रुपए से अधिक है। अब वे 10 लाख युवान की पूंजी लगाकर अपने परिवार होटल का विस्तार करने और स्थान विशेष उत्पाद बेचने वाला शोरूम स्थापित करने के बारे में सोच रहे हैं।
बासोम त्सो झील लिन ची शहर के त्सो काओ कस्बे में स्थित है। वर्ष 1994 में वह विश्व पर्यटन संगठन द्वारा विश्व स्तरीय पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल कराया गया था। पर लंबे समय से वहां जाने वाले पर्यटकों की संख्या कम रही, क्योंकि रास्ता कठिन था ।वर्ष 2019 में समुद्री सतह से 4750 मीटर ऊंचाई पर मोन ला मार्ग सुरंग का निर्माण पूरा हुआ। इसका प्रतीक था कि ल्हासा-लिन ची उच्च दर्जे वाला 400 किलोमीटर लंबा मार्ग 6 साल की कोशिशों के बाद चालू हुआ। पहले ल्हासा से लिन ची जाने के लिए 9 घंटे लगते थे और अब सिर्फ 5 घंटे लगते हैं। इस मार्ग के निर्माण से बासोम त्सो झील आने वाले पर्यटक दिन ब दिन बढ़ रहे हैं। 25 वर्षीय कोंगचोक दोनद्रप बोसाम त्सो दर्शनीय क्षेत्र में गार्ड का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि मैं इस नौकरी से संतुष्ट हूं। मेरा एक महीने का वेतन लगभग 3600 युवान है। एक स्थिर आय के अलावा मैं घर वालों का देखभाल कर सकता हूं और खेती के काम भी कर सकता हूं। इस का श्रेय लिन ची---ल्हासा उच्च दर्जे वाले मार्ग की सुविधा को जाता है।
त्सो काओ कस्बे के उपप्रमुख नोर्सांग त्सेटेन ने बताया कि वर्ष 2021 से बासोम त्सो पर्यटन स्थल ने 76 हजार से अधिक पर्यटकों का सत्कार किया है और पर्यटन आय 45 लाख से अधिक है। 67 किसानों को नियमित नौकरी मिली है।
तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन उद्योग के विकास से स्थानीय किसानों व चरवाहों की आय भी तेजी से बढ़ रही है और उन के जीवन का कायापलट हो रहा है।
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Rani Sahu
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