विश्व

बीजिंग की शिनगुआ यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र सड़कों पर उतरे, क्‍या चीन में दोहराया जा रहा तियानमेन कांड?

Neha Dani
28 Nov 2022 9:14 AM GMT
बीजिंग की शिनगुआ यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र सड़कों पर उतरे, क्‍या चीन में दोहराया जा रहा तियानमेन कांड?
x
सरकार इससे भी ज्‍यादा कड़े कदम उठाकर इन प्रदर्शनकारियों को जवाब देने की तैयारी कर चुकी है।
बीजिंग: चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग, जिन्‍हें दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार किया जाता है, उनकी नींद इन दिनों उड़ी हुई है। तीसरे कार्यकाल की तरफ देखने वाले जिनपिंग और उनकी सरकार को समझ नहीं आ रहा है कि पिछले कुछ दिनों से जो प्रदर्शन जारी हैं, उन पर कैसे लगाम लगाई जाए। जीरो कोविड नीति के चलते देश में लॉकडाउन लगाया गया और अब जनता इसके खिलाफ सड़क पर उतर आई है। जीरो कोविड पॉलिसी और लॉकडाउन की वजह से जो प्रदर्शन हो रहे हैं, वो पिछले करीब तीन दशकों में सबसे बड़ा प्रदर्शन है। रविवार को जब यह प्रदर्शन हिंसक हो गया तो अथॉरिटीज की धड़कने और बढ़ गईं। लोगों को अब साल 1989 में हुआ तियानमेन स्‍क्‍वॉयर प्रदर्शन याद आ गया है। उस समय भी लोग शासन के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे और लोगों को रोकने के लिए सरकार ने मासूमों पर टैंक तक चढ़वा दिए थे।
प्रदर्शन पर उतरे छात्र
बीजिंग की शिनगुआ यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र तानाशाह सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। इन छात्रों के हाथ में कई प्‍लेकार्ड्स हैं जिन पर जिनपिंग के शासन के खिलाफ कई नारे लिखे हैं। छात्र 'लोकतंत्र' और 'अभिव्‍यक्ति की आजादी' की बात कर रहे हैं। यह यूनिवर्सिटी नया मामला है जहां पर विरोध भड़का है। 5 अप्रैल 1989 को चीन के तियानमेन में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया था। जून 1989 में जाकर इन प्रदर्शनों पर लगाम लग सकी थी। अब इस यूनिवर्सिटी के हजारों छात्र उसी तर्ज पर सड़क पर उतर आए हैं।
जिनपिंग जिन्‍होंने साल 2012 में सत्‍ता संभाली थीं, गुस्‍साये छात्र अब उनसे सिहांसन छोड़ने के लिए कहने लगे हैं। रविवार को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर छात्र, कैंटीन के एंट्री गेट पर पहुंचे। देखते ही देखते यहां पर 200 से 300 छात्र इकट्ठा हो गए। ये छात्र राष्‍ट्रगीत गा रहे थे और लॉकडाउन के खिलाफ नारे लगा रहे थे। छात्र चिल्‍ला रहे थे, ' नो टू लॉकडाउन्‍स, हमें आजादी चाहिए।' साथ ही सेंसरशिप के खिलाफ सादा कागज दिखाकर प्रदर्शन कर रहे थे।
विशेषज्ञों को याद आया तियानमेन
शंघाई, नानजिंग और गुआंगजौ में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई है। स्‍थानीय पुलिसकर्मियों और छात्रों के बीच कई जगह से झड़प की खबरें आई हैं। ऑक्‍सफोर्ड यूनिवर्सिटी में ग्‍लोबल हिस्‍ट्री के प्रोफेसर पीटर फ्रैंकओपैन ने चेतावनी दी है कि सरकार इससे भी ज्‍यादा कड़े कदम उठाकर इन प्रदर्शनकारियों को जवाब देने की तैयारी कर चुकी है।

Next Story