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तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्र का विकास इतिहास के सबसे अच्छे दौर में पहुंचा

Rani Sahu
23 Oct 2022 5:37 PM GMT
तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्र का विकास इतिहास के सबसे अच्छे दौर में पहुंचा
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बीजिंग, (आईएएनएस)| शरद ऋतु में विश्व की छत पर स्थित तिब्बत में आकाश नीला और वायु खुश्क होती है। ग्रामीण क्षेत्रों में फसल काटने के दृश्य दिखाई देते हैं। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के कृषि विभाग के निदेशक तु च्ये ने हाल ही में मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में बताया कि चालू साल तिब्बत की कुल अनाज पैदावार और छिंग ख (पठारीय जौ) पैदावार नया रिकार्ड होगी। वर्तमान तिब्बत के कृषि कार्य और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास इतिहास के सब से अच्छे काल में दाखिल हुआ और स्थानीय किसानों तथा चरवाहों का जीवन स्तर निरंतर उन्नत हो रहा है। परिचय के अनुसार, पिछले दस सालों में तिब्बत में कृषि और पशुपालन के मुख्य उत्पादों की सप्लाई और संबंधित साजो सामान में कायापलट आया है। वर्ष 2015 में तिबब्त की अनाज पैदावार पहली बार 10 लाख टन पार कर गई। वर्ष 2021 में अनाज पैदावार 10 लाख 61 हजार 5 सौ टन तक जा पहुंची और पठारीय जौ की पैदावार 8 लाख टन से अधिक हो गई, जो वर्ष 2012 से अलग अलग तौर पर 11.85 प्रतिशत और 24.14 प्रतिशत बढ़ी। मांस व दूध का उत्पादन 8 लाख 10 हजार 700 टन था ,जो वर्ष 2012 से 33.69 प्रतिशत से अधिक रहा।
इसके साथ तिब्बत ने उच्च मापंदड वाले खेल के निर्माण पर जोर लगाया। इसके परिणामस्वरूप बेहतर खेतों का क्षेत्रफल वर्ष 2012 के 1 लाख 22 हजार मू (एक मू लगभग 666.67 वर्गमीटर) से बढ़कर 33 लाख 35हजार मू हो गया, जिसने कृषि विकास का मजबूत आधार रखा है।
तु च्ये ने बताया कि अब तिब्बत में पठारीय जौ, याक, तिब्बती भेड़ समेत दस पठारीय विशेषता संपन्न कृषि व पशुपालन व्यवसायों के केंद्र बन चुके हैं। वर्ष 2021 में कृषि व पशुपालन के शीर्ष उद्यमों और किसान व चरवाह सहकारी समितियों की संख्या क्रमश: 165 और 12740 हो गई, जो दस साल पहले की तुलना में 63.4 प्रतिशत और 12 गुना से अधिक बढ़ी।
57 वर्षीय पुबुतुंगचू ल्हासा शहर के उपनगर में स्थित मा त्सुन गांव के प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि दस साल पहले मा त्सुन गांव के किसानों की औसत आय दस हजार से युआन से कम थी, अब प्रति व्यक्ति सालाना आय 24 हजार युवान से अधिक है। पहले गांव में कच्चा मार्ग था। अब डामर मार्ग बिछाया जा चुका है और आसपास बहुत पेड़ भी लगाया गए हैं। उन के विचार में इधर के कुछ सालो में हुए बड़े सुधार का श्रेय गांव में गठित विभिन्न सहकारी समितियों को जाता है।
कृषि विभाग के निदेशक तु च्ये ने बताया कि दस साल में तिब्बत के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय लगातार दो अंकों से बढ़ती रही और सात साल में वृद्धि दर देश में सबसे तेज रही। वर्ष 2021 में प्रति व्यक्ति आय 16935 युआन रही, जो वर्ष 2012 के 5698 युआन से 2.97 गुना से अधिक बढ़ी।
उन्होंने बताया कि अगले चरण में तिब्बत चौतरफा तौर पर ग्रामीण पुनरुत्थान रणनीति लागू करेगा और हरित विकास तथा डिजिटल गांव पर बल देगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्र अधिक समृद्ध व सुंदर हो और किसानों व चरवाहों का जीवन अधिक सुखमय हो।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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