पूर्वी यूक्रेन के प्रमुख शहर लाइमैन में रूसी सैनिकों के शव सड़कों पर पड़े नजर आ रहे हैं। जबकि यूक्रेनी सैनिकों के शवों को हटा लिया गया है। यूक्रेनी बलों द्वारा घेरे जाने के डर से रूसी सैनिक ने सप्ताहांत में लाइमैन शहर छोड़ दिया था। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि उनके देश की सेना ने रूसी नियंत्रण वाले कई शहरों को फिर से कब्जे में ले लिया है। उन्होंने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ शांति वार्ता से इन्कार कर दिया।
रूसी संसद के ऊपरी सदन फेडरेशन काउंसिल ने मंगलवार को पूर्वी डोनेस्क और लुहांस्क तथा दक्षिणी खेरसान और जपोरीजिया क्षेत्रों को अपने देश का हिस्सा बनाने संबंधी संधियों को मंजूरी दे दी। निचले सदन ने पिछले सप्ताह क्रेमलिन-आर्केस्ट्रेटेड एनेक्सेशन पर जनमत संग्रह के बाद उस पर मुहर लगा दी थी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इन संधियों पर जल्द ही अंतिम मुहर लगा सकते हैं। चारों क्षेत्र यूक्रेन के अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त क्षेत्र का 18 प्रतिशत हैं। वहीं, रूस समर्थित जनमत संग्रह को यूक्रेन व उसके पश्चिमी सहयोगियों ने अवैध करार दिया है।
गौरतलब है कि रूस ने शनिवार को बताया था कि उसने लाइमैन शहर से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। यूक्रेन ने जवाबी हमले में शहर के कई हिस्से को दोबारा अपने नियंत्रण में ले लिया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह घोषणा की। मालूम हो कि लाइमैन शहर यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव से 160 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है। लाइमैन से रिपोर्टिंग के दौरान एसोसिएटेड प्रेस टीम ने रूसी सैनिकों के करीब 18 शव वहां जमीन पर पड़े देखे। युद्ध का यह मंजर देख कर ऐसा लगता है कि यूक्रेनी सेना ने शहर पर नियंत्रण हासिल करने के लिए भीषण युद्ध के बाद साथियों के शव उठा लिए। लेकिन उन्होंने रूसियों के शव वहां से नहीं हटाए।