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वाशिंगटन और उसके नाटो सहयोगियों को जल्दबाजी में बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
अफगानिस्तान (Afghanistan) में इस समय तालिबान की सरकार है। पिछले साल तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद 30 अगस्त की आधी रात को अमेरिकी सेना ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया। इस खुशी की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए तालिबान ने आज राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया है।
रोशनी से जगमगाया काबुल
तालिबान आज के दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मना रहा है। इस मौके पर राजधानी काबुल को रोशनी से जगमगाया गया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद (Taliban spokesman Zabihullah Mujahid) ने मंगलवार को कहा, 'स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभिन्न और खूबसूरत रंगों की आतिशबाजी की जाएगी।'
तालिबान ने 20 साल से छेड़ा हुआ था विद्रोह
अमेरिकी सेना की वापसी 20 सालों के बाद 30 अगस्त 2021 को स्थानीय समयानुसार आधी रात से एक मिनट पहले हुई, जब युद्धग्रस्त देश पर तालिबान ने कब्जा कर लिया। तालिबान ने न्यूयार्क में 11 सितंबर के हमलों के बाद अक्टूबर 2001 में अफगानिस्तान पर आक्रमण करने वाले अमेरिकी नेतृत्व वाली ताकतों के खिलाफ 20 साल का विद्रोह छेड़ दिया था।
जश्न के साथ की हवाई फायरिंग
आतिशबाजी के साथ काबुल के कई इलाकों में जोरदार जश्न के साथ हवाई फायरिंग भी हुई। श्रम मंत्रालय ने कहा कि वास्तव में तालिबान सरकार ने भी इस दिन को चिह्नित करने के लिए बुधवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
तालिबान की जीत का अनुमान लगाने में विफल रहा अमेरिका
अमेरिकी मध्य कमान के प्रमुख ने उस समय कहा था कि अफगानिस्तान छोड़ने के साथ 'बहुत दुख' हो रहा है। तालिबान की इतनी जल्दी जीत का अनुमान लगाने में विफल रहने के कारण, वाशिंगटन और उसके नाटो सहयोगियों को जल्दबाजी में बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ा।
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