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नौसैनिक अभ्यास के लिए रीगन सहित तीन विमानवाहक पोत भेजे थे।
करीब चार साल बाद पहली बार संयुक्त अभ्यास के लिए अमेरिका का एयरक्राफ्ट करियर (विमानवाहक पोत) शुक्रवार को दक्षिण कोरिया पहुंचा। इस अभ्यास का मकसदसहयोगियों की सैन्य तैयारी को बढ़ावा देने के साथ कोरियाई प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता के लिए कोरिया-अमेरिका गठबंधन द्वारा दृढ़ संकल्प दिखाना है। साथ ही उत्तर कोरिया को चेतावनी भरा संदेश भेजना भी है।
USS रोनाल्ड रीगन और दक्षिण कोरिया के युद्धपोतों का एक साथ अभ्यास होगा। स्ट्राइक ग्रुप कमांडर रियर एडमिरल माइकल डोन्नेली (Michael Donnelly) ने मीडिया से बताया कि यह अभ्यास दोनों देशों की नौसेना के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया था कि साल 2017 के बाद से प्रायद्वीप के पास किसी अमेरिकी विमानवाहक पोत से जुड़ा यह पहला संयुक्त अभ्यास होगा। इससे पहले साल 2017 में अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षणों के जवाब में दक्षिण कोरिया के साथ नौसैनिक अभ्यास के लिए रीगन सहित तीन विमानवाहक पोत भेजे थे।
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