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वैज्ञानिक कर रहे विरोध, सूरज की गर्मी को कम करने के लिए बिल गेट्स अपनाएंगे ये अजीबोगरीब तरीका

Apurva Srivastav
24 March 2021 2:00 PM GMT
वैज्ञानिक कर रहे विरोध, सूरज की गर्मी को कम करने के लिए बिल गेट्स अपनाएंगे ये अजीबोगरीब तरीका
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अरबपति उद्योगपति बिल गेट्स (Bill Gates) ने एक अनोखा तरीका खोजा है.

ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) के कारण धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है, जिसके कारण गर्मियों में हालात पहले से ज्यादा खराब रहते हैं. अब इस परेशानी से निपटने के लिए अरबपति उद्योगपति बिल गेट्स (Bill Gates) ने एक अनोखा तरीका खोजा है. गेट्स अन्य निजी डोनर्स के साथ मिलकर धरती के स्ट्रैटोस्फेयर (Stratosphere) में लाखों टन चॉक के धूल का सप्रे कराएंगे. इसका मतलब ये कि धरती की सतह से 19.36 किलोमीटर ऊपर चॉक की परत बिछाई जाएगी. ताकी सूरज की रोशनी धरती पर कम पड़े. इससे ग्लोबल वार्मिंग में कमी आएगी.

इसके लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के वैज्ञानिक तैयारी कर रहे हैं. इसमें 3 मिलियन डॉलर खर्च होने का अनुमान है. हार्वर्ड के विशेषज्ञों का कहना है स्वीडन के किरुना शहर में 12 मील ऊपर एक बड़ा गुब्बारा भेजकर सिस्टम को टेस्ट किया जाएगा. इसके लिए स्ट्रैटोस्फेयर पर दो किलो चॉक की धूल डाली जाएगा. इससे ये पता लगाया जाएगा कि सूरज की कितनी रोशनी रिफ्लेक्ट हो रही है, कितनी रोशनी धरती की सतह तक पहुंच रही है और इस उपाय से धरती कितनी ठंडी हो रही है. हालांकि इस विचार का काफी विरोध भी हो रहा है.

वैज्ञानिकों को पसंद नहीं आया तरीका
कई वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो धरती के मौसम में काफी भयावह परिवर्तन देखने को मिलेगा. उनका कहना है कि मौसम में ऐसा परिवर्तन होगा, जिसका अभी पूर्वानुमान लगाना भी मुश्किल है. टेस्ट मिशन को स्वीडन से शुरू किया जाएगा. इसी गर्मी के अंत तक लॉन्च की मंजूरी मिल सकती है. एक बड़े गुब्बारे के साथ 600 किलोग्राम वैज्ञानिक उपकरण भेजा जाएगा और अगर सबकुछ ठीक रहा तो गुब्बारे से 2 किलोग्राम चॉक फैलाई जाएगी. ये उपकरण गिराए गए चॉक के आंकड़े एकत्रित करेंगे.

छोटे स्तर पर हो रहा प्रयोग
इसके बाद वैज्ञानिक पता लगाएंगे कि धूल सूरज की रोशनी को कितनी देर तक रोककर रख रही है. ये प्रयोग सफल भी साबित हो सकता है. प्रोजेक्ट निदेशक फ्रैंक किउच का कहना है कि अभी तो ये प्रयोग छोटे स्तर पर हो रहा है, जिससे पता लगाने की कोशिश होगी कि इसमें कितनी सफलता मिल पा रही है. छोटे स्तर पर प्रयोग होने से ना तो धरती पर कोई खतरा होगा और ना ही मौसम में कोई परिवर्तन होगा (Bill Gates Wants to Spray Chalk on Stratosphere). अभी ऐसा करके केवल आंकड़े जुटाए जाएंगे, फिर उनके आधार पर आगे की योजना निर्धारित की जाएगी. लेकिन इसके लिए करोड़ों टन चॉक की जरूरत होगी. इससे सूरज की रोशनी और गर्मी वापस ऊपर चली जाएगी, जिससे ग्लोबल वार्मिंग यानी गर्मी कम होगी.


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