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रियाद। सऊदी अरब के पवित्र मक्का शहर में लाखों की तादाद में दुनिया के 160 देशों से मुसलमान हज करने के लिए पहुंचे हैं। करीब 42 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी में शैतान को पत्थर मारने की रस्म को अदा किया गया। सऊदी अरब का दावा है कि रिकॉर्ड 25 लाख लोग हज और उमरा के लिए मक्का पहुंच सकते हैं जो हज यात्रा के इतिहास में रिकॉर्ड होगा। हालांकि अभी यह आंकड़ा 18 लाख तक ही पहुंचा है। कोविड-19 के बाद पहली बार बिना किसी प्रतिबंध के हज का आयोजन हुआ है। कोरोना की वजह से पिछले साल केवल 10 लाख लोगों को ही हज की अनुमति दी गई थी। वहीं साल 2020 में केवल 10 हजार और साल 2021 में 59 हजार लोगों को इसकी अनुमति दी गई थी। सऊदी अरब में फिर से लाखों मुसलमानों के पहुंचने से प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बहुत खुश हैं।
दरअसल, तेल की खान कहलाने वाले सऊदी अरब को भविष्य की अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ा डर सता है। सऊदी अरब को अब यह महसूस होने लगा है कि अगर तेल के भंडार जल्द खत्म हो गया तब क्या होगा। वह भी तब जब दुनिया इलेक्ट्रानिक कारों की ओर बढ़ रही है और उसमें तेल की जरूरत नहीं होती है। इसकारण सऊदी सलमान के नेतृत्व में विजन 2030 का प्लान बनाया गया है। इसके तहत सऊदी अरब देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है। सऊदी अरब की नजर हज और उससे होने वाली अरबों डॉलर की कमाई पर है और इसकारण इस जमकर बढ़ावा दे रहा है। ताजा अनुमानों के मुताबिक वैश्विक बाजार में सऊदी अरब का हज टूरिज्म मार्केट 7 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ने का अनुमान है। सऊदी अरब का हज और उमरा टूरिज्म बाजार साल 2032 तक 350 अरब डॉलर की आय तक पहुंचने का अनुमान है। कोरोना के पहले अनुमान लगाया गया था कि साल 2022 तक 10 दिन तक चलने वाले हज से होने वाली आय 30 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी और 1 लाख लोगों को हर साल नौकरियां मिलेंगी। उस समय 21 लाख लोगों के सऊदी अरब पहुंचने का अनुमान था।
सऊदी सरकार चाहती है कि साल 2030 तक हजयात्रियों की संख्या 30 लाख को पार कर कर जाए जिसे विश्लेषक बहुत ज्यादा महत्वाकांक्षी लक्ष्य मान रहे हैं। खबरों के मुताबिक कोरोना महामारी से सऊदी अरब जल्दी ही उबर गया है। यह सऊदी प्रिंस के साल 2030 के विजन के लिए बहुत अच्छा संकेत माना जा रहा है। सऊदी प्रिंस साल 2030 तक तेल से अपनी निर्भरता को घटाना चाहते हैं और अर्थव्यवस्था में विविधता लाना चाहते हैं। सऊदी अरब सरकार ने हज को बढ़ावा देने के लिए मक्का में अरबों डॉलर खर्च करके बड़े पैमाने पर आधारभूत ढांचे को बनवाया है।
सऊदी सरकार मक्का के अबराज कुदाई में विशाल प्रॉजेक्ट चला रही है। इसमें दुनिया का सबसे बड़ा होटल भी शामिल है। इसमें 12 टॉवर हैं, जो 4 और 5 स्टार होंगे। प्रत्येक टॉवर 45 मंजिल ऊंचा होगा और इसमें 10 हजार बेडरूम, 70 रेस्त्रां, 4 हेलिपैड होंगे। इसके अलावा 5 फ्लोर होंगे, जिस पर सऊदी अरब के शाही परिवार के सदस्य शामिल होंगे। सऊदी अरब के हज मार्केट में एशिया, अफ्रीका और प्रशांत इलाके से हजयात्री शामिल हैं। हज यात्रा करना हर मुसलमान का सपना होता है और इससे सऊदी अर्थव्यवस्था को पर लग गया है।
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