रूस और यूक्रेन में युद्ध प्रत्येक दिन बढ़ता ही जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सेना को अपने दुश्मन देश में हमले करने की खुली छूट दे रखी है तो यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी हार मानने को तैयार नहीं है। जेलेंस्की और उनकी सेना के इसी जज्बे के कारण ही आज पुतिन सेना कमजोर दिख रही है और उसे कई यूक्रेनी क्षेत्रों से भागना पड़ रहा है। हाल ही में रूसी सेना ने यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसान से कब्जा छोड़ जाना पड़ा है और अब जेलेंस्की पर इसको लेकर बड़े आरोप लगाए हैं।
जेलेंस्की बोले- बुनियादी ढांचे को कर दिया नष्ट
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना ने खेरसान से भागने से पहले प्रमुख बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया। जेलेंस्की ने डोनेट्स्क के पूर्वी क्षेत्र में चल रही लड़ाई को नारकीय जैसा बताया और कहा कि हमने मास्को समर्थक बलों द्वारा क्षेत्र छोड़े जाने तक बहुत कठिन लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने बताया कि खेरसान के निवासियों ने वापिस आने वाले सैनिकों का जीत ले लिए खुशी से स्वागत किया।
जेलेंस्की ने शनिवार को एक वीडियो संबोधन में कहा कि रूसियों का हर जगह एक ही लक्ष्य होता है और वह है जितना संभव हो सके लोगों को नुकसान पहुंचाना। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने आगे कहा लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा, मेरा विश्वास करो, हम सब कुछ बहाल कर देंगे।
खेरसान से भागने से पहले रूसी सेना ने यूक्रेन के सभी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है। संचार सुविधा, पानी, बिजली की लाइन सब कुछ नष्ट किया जा चुका है। जेलेंस्की ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि इन सबके बावजूद खेरसान में यूक्रेन की यह सफलता काफी बड़ी है, क्योंकि उसके सैनिक अब 60 से अधिक क्षेत्रीय बस्तियों पर अपना नियंत्रण पा चुके हैं।