23 जुलाई को हुए राष्ट्रीय चुनावों के बाद स्पेन त्रिशंकु संसद की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। जहां राईट और लेफ्ट दोनों दलों के पास नई सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया है। इस वजह से देश राजनीतिक गतिरोध की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। 99 प्रतिशत वोटों की गिनती के साथ, रूढ़िवादी विपक्षी पीपुल्स पार्टी (पीपी) के पास 136 सीटें थीं, जबकि प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ की सत्तारूढ़ सोशलिस्ट वर्कर्स पार्टी (पीएसओई) के पास 122 सीटें मिली। यानी चुनाव में स्पेन की विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी रूढ़िवादी पॉपुलर पार्टी (पीपी) को सर्वाधिक मत मिले हैं। लेकिन बड़ी जीत हासिल करने और प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज को सत्ता से हटने के लिए मजबूर करने की उसकी उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं। तीसरी सबसे बड़ी और धुर दक्षिणपंथी वोक्स पार्टी को इस चुनाव में महज 33 सीटें मिल
सांचेज और फीजू दोनों ने जीत का दावा किया है
पीपी नेता ने मैड्रिड में समर्थकों से कहा कि उनकी पार्टी अब सरकार बनाने की कोशिश करेगी। फीजू ने कहा कि सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मेरा मानना है कि सरकार बनाने का प्रयास करना मेरा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कोई भी नई सरकार के गठन को रोकने के प्रलोभन में न पड़े। उन्होंने कहा कि स्पेन को अनिश्चितता के दौर की जरूरत नहीं है। सांचेज़ भी अपने पार्टी मुख्यालय की बालकनी से परिणाम का जश्न मना रहे थे। समाजवादियों ने 2019 के चुनाव की तुलना में अधिक सीटें और अधिक वोट प्रतिशत जीता था। उन्होंने समर्थकों से कहा कि रूढ़िवादी और धुर दक्षिणपंथी गुट की अनुमानित जीत विफल हो गई है।
स्पेन में आकस्मिक चुनाव क्यों हुए?
मई में स्थानीय चुनावों में वामपंथियों की हार के बाद सांचेज़ ने समय से पहले चुनाव की घोषणा की। वोट मूल रूप से दिसंबर के लिए निर्धारित किया गया था। चुनाव ऐसे वक्त में हुआ जब गर्मियां अपने चरम पर है। छुट्टियों के कारण और एक महीने की गर्मी की लहरों के कारण बड़ी संख्या में मतदाता अपने सामान्य मतदान स्थानों से दूर होने का भी डर था। मतदान 70.4% आंका गया।
कहां फंसा है पेंच
पॉपुलर पार्टी जीत के बावजूद सरकार बनाने में असमर्थ है और अब उसे दक्षिणपंथियों के पास जाना होगा, लेकिन तब भी उसके खाते में पर्याप्त सीट नहीं होंगी। सांचेज को पर्याप्त संख्या में सीट दिलाने के लिए ‘जुंट्स (टुगेदर)’ पार्टी का समर्थन अहम होगा। ‘जुंट्स (टुगेदर)’ की नेता मिरियम नोगुएरास ने कहा, ‘हम बिना कुछ लाभ मिले पेड्रो सांचेज को प्रधानमंत्री नहीं बनाएंगे।’