महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अंतिम विदाई देते हुए उनके ताबूत को विंडसर कैसल स्थित सेंट जॉर्ज चैपल के शाही 'वॉल्ट' (शव कक्ष) में नीचे रख दिया गया. ब्रिटिश शाही परिवार में सर्वाधिक वरिष्ठ अधिकारी लॉर्ड चैम्बरलैन ने ' राजदंड' तोड़ने की रस्म पूरी की. शाही परिवार और सैकड़ों की संख्या में लोगों ने दिवंगत महारानी को अंतिम विदाई दी. ब्रिटेन की घरेलू गुप्तचर सेवा एम15 के पूर्व प्रमुख एंड्रयू पार्कर ने सफेद राजदंड को तोड़ने की रस्म पूरी की और इसे महारानी के ताबूत पर रख दिया . यह रस्म राजशाही के प्रति उनकी सेवाओं की समाप्ति का प्रतीक है. इससे पहले विंडसर के डीन डेविड कोन्नर ने महारानी को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने महारानी को अंतिम विदाई देने के लिए जुटे 800 लोगों को उनकी ईसाई धर्म के प्रति आस्था के बारे में बताया. उन्होंने कहा, 'हमारी तेजी से बदलती और अक्सर संकट में घिरती दुनिया में उनकी शांत एवं गरिमापूर्ण उपस्थिति से हमें उनकी ही तरह साहस और उम्मीद के साथ भविष्य का सामना करने की ताकत मिली.... '