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पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्‍ट धमाके की भेंट चढ़ा, क्‍या परमाणु युद्ध के खतरे की घंटी?

Neha Dani
9 Oct 2022 11:15 AM GMT
पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्‍ट धमाके की भेंट चढ़ा, क्‍या परमाणु युद्ध के खतरे की घंटी?
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क्रीमिया पर कब्‍जे के बाद पूरी दुनिया को अपनी धौंस दिखाने के लिए पुतिन खुद ट्रक चलाकर क्रीमिया में दाखिल हुए थे।

रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाला क्रेच ब्रिज एक बड़े बम धमाके में ध्‍वस्‍त हो गया है। इस एक धमाके से यूक्रेन युद्ध की दशा और दिशा बदल सकती है। क्रीमिया पर बना यह पुल रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्‍ट था। ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या इस घटना से पुतिन अपना आपा खो सकते हैं। क्‍या पुतिन इस जंग में परमाणु बमों का प्रयोग कर सकते हैं। यह पुल रूस के लिए क्‍यों बेहद जरूरी है। क्‍या था इसका रणनीतिक उपयोग। इन सब सवालों पर क्‍या है विशेषज्ञों की राय।


पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्‍ट धमाके की भेंट चढ़ा
विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि क्रीम‍िया में हुआ जोरदार धमाका यूक्रेन युद्ध को गलत दिशा में ले जा सकता है। इस धमाके के बाद रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन आगबबूला हो गए हैं। इस धमाके की गूंज पुतिन के कानों तक पहुंची है। प्रो पंत ने कहा कि क्रीमिया ब्रिज पुतिन का ड्रीम प्रोजेक्‍ट था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि खुद रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने इस पुल का उद्धाटन किया था। उन्‍होंने इस पुल पर ट्रक चलाकर इसे हरी झंडी दी थी।

पुतिन के लिए क्‍यों बेहद खास है क्रीम‍िया
रूस ने क्रीम‍िया पर कब्‍जा करके उसे अपने अधीन किया है। यूक्रेन ने उस वक्‍त इस कब्‍जे का कोई सैन्‍य विरोध नहीं किया था। हालांकि, बाद में रूस ने क्रीमिया में जनमत संग्रह कराकर अपने दावे को मजबूत कर लिया था। क्रीम‍िया में बना यह ब्रिज रणनीतिक और व्‍याप‍ारिक रूप से रूस के लिए बेहद उपयोगी है। यह ब्र‍िज रूस और क्रीमिया को जोड़ता है। रूस और क्रीमिया के बीच व्‍यापार के लिए यह सबसे बड़ा सेतु है। इसके नष्‍ट होने से क्रीमिया में जरूरी चीजों की आपूर्ति ठप हो जाएगी। दूसरे, क्रीमिया से रूस की कनेक्‍टविटी भी थम जाएगी। क्रीमिया की सुरक्षा रूस के लिए काफी अहम है। इस पुल के ध्‍वस्‍त हो जाने से सैन्‍य सामग्री और सैनिकों की आवाजाही पर भी असर पड़ेगा।

रणनीतिक रूप से बेहद उपयोगी है क्रीमिया
उन्‍होंने कहा कि क्रीमिया रूस के लिए रणनीतिक रूप से बेहद उपयोगी है। आठ वर्ष पूर्व रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन से क्रीमिया को छीन लिया था। रूस यूक्रेन के बीच कलह की बुनियाद यही है। काला सागर पर बसे क्रीमिया के सबसे बड़े शहर सेवेस्‍तोपोल में रूसी नौसेना के जंगी बेड़े का मुख्‍यालय है। यूक्रेन पर समुद्र से हमला करने के लिए रूसी सेना के लिए क्रीमिया सबसे मूफीद जगह है। हाल में रूस ने ब्लैक सी के तट से यू्क्रेन पर दो सुपरसोनिक मिसाइल से हमला किया था। इन हमलों में यूक्रेन के दो फ्यूल डिपो को निशाना बनाया गया। रूसी नौसेना ब्लैक सागर से लगातार यूक्रेन पर हमले बोल रही है।

ब्‍लैक सागर की निगरानी में क्रीमिया की अहम भूमिका
रूस की कोशिश रही है कि यूक्रेन को ब्‍लैक सी से पूरी तरह से काट दिया जाए। ब्‍लैक सागर से रूसी नौसेना यूक्रेन के ओडिसा और खेरसोन पोर्ट और अन्‍य क्षेत्रों को निशाना बनाती है। क्रीमिया के सेवेस्तोपोल में रूसी नौसेना के युद्धपोत देखे जा सकते हैं। आसमान में रूस के लड़ाकू विमान और उनकी थर्राने वाली गड़गड़ाहट ब्लैक सागर के तट तक साफ सुनाई देती है। वर्ष 2018 में राष्‍ट्रपति पुतिन ने क्रीमिया को मैनलैंड रूस से जोड़ने के लिए क्रैच स्‍ट्रैट पर करीब 12 किलोमीटर का लंबा पुल बनवाया था। दरअसल, क्रीमिया पर कब्‍जे के बाद पूरी दुनिया को अपनी धौंस दिखाने के लिए पुतिन खुद ट्रक चलाकर क्रीमिया में दाखिल हुए थे।

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