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ये लैंडमाइन से लेकर टारपीडो तक हो सकते हैं। हालांकि अभी तक इनका जंग में इस्तेमाल नहीं किया गया है।
मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया है कि अमेरिका ने यूरोप में 200 परमाणु हथियार छिपा रखे हैं। उन्होंने दावा किया कि इनमें से अधिकतर परमाणु बम हैं, जिन्हें छह नाटो देशों में रखा गया है। पुतिन ने बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ बातचीत में दावा किया कि इन हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए 257 विमान तैयार किए गए हैं और ये सिर्फ अमेरिकी विमान नहीं हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि रूस के पास इस तरह का कोई मिलिट्री बेस नहीं है, जहां परमाणु हथियारों को तैनात किया गया है। हालांकि पुतिन के इस दावे पर तुरंत ही सवाल भी उठने लगे हैं।
पुतिन का दावा कितना सही, जानें
फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट में न्यूक्लियर इंफॉर्मेशन प्रोजक्ट के डायरेक्टर हैंस क्रिस्टेंसेन ने कहा कि यूरोप में अमेरिकी परमाणु हथियारों की संख्या के लिए हमारे पुराने अनुमानों का उपयोग करते हुए रूसी सरकार को देखना दिलचस्प है। वर्तमान अनुमान इसका ठीक आधा है। यानी यूरोपीय देशों में तैनात अमेरिकी परमाणु बमों की संख्या 100 है और ये 6 देशों में नहीं बल्कि सिर्फ पांच देशों में ही मौजूद हैं। 200 लड़ाकू विमानों की तैनाती का दावा भी बहुत ज्यादा है। अमेरिका ने इन बमों का इस्तेमाल करने के लिए लगभग 100 जहाजों को तैनात किया है।
रूस के पास 4,477 परमाणु हथियार
रूस के पास इस समय 4,477 परमाणु हथियार हैं। अमेरिका के फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक रूस के पास मौजूद कुल 4,477 परमाणु बमों में 2,565 स्ट्रेटजिक और 1,912 नॉन स्ट्रेजिक हैं। इसमें कहा गया है कि रूस अपने परमाणु बल और उसके आधारभूत ढांचे में तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है। इन परमाणु बमों को जमीन, सबमरीन और प्लेन के जरिए दुश्मन के ठिकाने पर गिराया जा सकता है।
नॉन स्ट्रेटजिक परमाणु बमों में भी रूस आगे
इसके अलावा रूस के पास कई ऐसे नॉन स्ट्रेटजिक परमाणु बम हैं जो युद्ध में तुरंत तैनात किए जा सकते हैं और वे बहुत कम ही इलाके में तबाही मचाते हैं। इनसे रेडियो एक्टिव विकिरण भी कम होता है। ये परमाणु बम नागरिक ठिकानों को बर्बाद करने की बजाय सैन्य क्षमता को तबाह करते हैं। ये लैंडमाइन से लेकर टारपीडो तक हो सकते हैं। हालांकि अभी तक इनका जंग में इस्तेमाल नहीं किया गया है।
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