घरेलू अमेरिकी राजनीति में एशियाई-अमेरिकियों की बढ़ती प्रभावशाली भूमिका को अमेरिका भलीभांति समझता है। इसे देखते हुए राष्ट्रपति आयोग ने व्हाइट हाउस से राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति के भाषणों का हिंदी समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करने की सिफारिश की है। आयोग ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के भाषण केवल अंग्रेजी में उपलब्ध होते हैं। इस प्रकार यह 25.1 करोड़ से अधिक लोगों की कुशल आबादी तक सीमित हो जाता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति आयोग की बैठक
एशियाई-अमेरिकन और मूल हवाई निवासी एवं प्रशांत द्वीप वासियों संबंधी अमेरिकी राष्ट्रपति आयोग की इस सप्ताह हुई बैठक में हिंदी व अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को लेकर सिफारिश की गई। बैठक में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के नेता व सिलिकान वैली के सफल उद्यमी अजय जैन भूटोरिया द्वारा लाए गए प्रस्ताव को राष्ट्रपति आयोग ने स्वीकार कर लिया।
आयोग ने की इस प्रस्ताव की सिफारिश
भूटोरिया भी इस आयोग के सदस्य हैं। बैठक के दौरान आयोग ने सिफारिश की कि इस प्रस्ताव के तीन महीने के अंदर अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के महत्वपूर्ण भाषणों की प्रतिलिपि का अनुवाद हिंदी व अन्य निर्दिष्ट क्षेत्रीय भाषाओं में हो जाना चाहिए और इसे ज्यादा से ज्यादा एक सप्ताह के अंदर व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी जानी चाहिए। जिन भाषाओं में अनुवाद होना है उनमें हिंदी के साथ चीनी, मंदारिन, कोरियन, वियतनामी व आस्ट्रोनेशियाई भाषा तागालोग शामिल है।