संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रेसिडेंट डेनिस फ्रांसिस युगांडा में गुटनिरपेक्ष और जी77 के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद इसी महीने के अंत में भारत का दौरा करेंगे। उनकी प्रवक्ता मोनिका ग्रेली ने ये बात कही है। उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि शिखर सम्मेलन के लिए 17 से 21 जनवरी …
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रेसिडेंट डेनिस फ्रांसिस युगांडा में गुटनिरपेक्ष और जी77 के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद इसी महीने के अंत में भारत का दौरा करेंगे। उनकी प्रवक्ता मोनिका ग्रेली ने ये बात कही है।
उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि शिखर सम्मेलन के लिए 17 से 21 जनवरी तक कंपाला दौरे के बाद उनका भारत और चीन जाने का कार्यक्रम है। भारत में अधिकारियों के साथ उनकी बातचीत में सुरक्षा परिषद सुधार, साउथ-साउथ सहयोग और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा होने की संभावना है।
ग्रेली ने कहा, त्रिनिदाद के एक करियर राजनयिक फ्रांसिस, जो पिछले साल महासभा प्रेसिडेंट चुने गए, कंपाला में शिखर सम्मेलन में इस बात पर रोशनी डालेंगे कि "अभूतपूर्व संकट के समय, ग्लोबल साउथ की संयुक्त आवाज की बहुत अधिक जरूरत है"।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर दो शिखर सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
फ्रांसिस ने सुरक्षा परिषद सुधार को आगे बढ़ाने की आवश्यकता जताई है, जो भारत के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, हमारा मकसद गतिरोध से आगे बढ़ने के रास्ते ढूंढना और/या बनाना होना चाहिए। समय की मांग है कि "एक ऐसी सुरक्षा परिषद हो जो अधिक संतुलित, प्रतिनिधित्वपूर्ण, उत्तरदायी, लोकतांत्रिक और अधिक पारदर्शी हो"।
फ्रांसिस ने ग्लोबल साउथ में भारत के विकास प्रयासों की भी सराहना की।
पिछले साल नवंबर में एक बैठक में उन्होंने कहा था कि भारत संयुक्त राष्ट्र विकास कोष का योगदान "कोई छोटी उपलब्धि नहीं है, विशेष रूप से सिकुड़ते वित्तीय अवसरों के इस युग में, जो हाल के वर्षों में महामारी और अन्य वैश्विक झटकों के प्रभाव से बढ़ गया है"।