राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन दिनों सूरीनाम और सार्बिया के दौरे पर हैं। उन्होंने मंगलवार देर रात (भारतीय समयानुसार) सूरीनाम की राजधानी पारामरिबो में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि सूरीनाम में एक मिनी भारत बसता है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि सूरीनाम में प्रवासी भारतीय देश के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने लगभग सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
राष्ट्रपति मुर्मू एक सामुदायिक स्वागत समारोह में सूरीनाम में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों से मिलीं। इस समारोह में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने भी भाग लिया। इस मौके पर यहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि सूरीनाम में भारतीय सर्वोच्च पदों पर पहुंचे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि पदभार संभालने के बाद मेरी पहली राजकीय यात्रा सूरीनाम की है। सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 साल पूरे होने के जश्न का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय सूरीनाम में सर्वोच्च पदों पर पहुंचे हैं। भारतीयों ने आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से सूरीनाम के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार की नीति अपने सभी मित्र देशों के साथ स्थायी संबंध बनाने की है।
इससे पहले दिन में द्रौपदी मुर्मू ने पारामारिबो के नफेल्सग्राच में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी के साथ महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम के लल्ला रूख संग्रहालय का भी दौरा किया। अपने सूरीनाम दौरे के तीसरे दिन राष्ट्रपति ने सूरीनाम में विष्णु मंदिर का भी दौरा किया।