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पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को तोशखाना मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अयोग्य करार दिया। सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार के सांसदों ने अगस्त में खान के खिलाफ पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) में शिकायत दी थी। इस शिकायत में तोशखाना (देश का भंडार गृह) से रियायती मूल्य पर खरीदे गए उपहारों की बिक्री से हुई आय का खुलासा न करने को लेकर खान को अयोग्य ठहराने की मांग की गई थी। मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय पीठ ने इस्लामाबाद स्थित ईसीपी सचिवालय में खान के खिलाफ फैसला सुनाया।
फैसले के बाद फायरिंग
इस फैसले के बाद इमरान खान अब देश की संसद नैशनल असेंबली के सदस्य नहीं रहे। आयोग के इस निर्णय के बाद देश में हिंसा की संभवानाए जताई जा रही है। इससे देखते हुए सरकार ने सैकड़ो जवानों को तैनात कर दिया है। वही आपको बता दें कि इमरान के समर्थकों को काबू में करने के लिए सरकार ने अर्ध्दसैनिक बल भी तैनात कर दिया है। सड़को पर समर्थक उतर रहे हैं। पाकिस्तान के हर शहर में यहीं देखने को मिल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर किसी ने फायरिंग भी किया है। हालांकि अभी तक पता नहीं चल पाया है कि फायरिंग किसने की है। आपको बात दें कि इस फायरिंग में कोई जानमाल की नुकसान नहीं हुई है।
इमरान खान ने चीख-चीखकर कहा था, 'मैं आपको जो कह रहा हूं, ये ऑफिशियल डॉक्यूमेंट है, कि अगर आप इमरान खान को हटाएंगे, तो आपके अमेरिका से ताल्लुकात अच्छे हो जाएंगे। आप जैसे ही इमरान खान को हटाएंगे, हम आपको माफ कर देंगे।' ये बातें इमरान खान ने अपनी सरकार गिरने से पहले कही थीं। उन्होंने 3 अप्रैल को अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया था और इससे एक दिन पहले 2 अप्रैल को लोगों को संबोधित करते हुए ये खुलासे किए थे। उन्होंने ये भी कहा था कि शहबाज शरीफ की इस साजिश में मिलीभगत है और वह अमेरिका की गुलामी के लिए तैयार हैं।
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