पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी को उनके असभ्य बयान के लिए भारत की कड़ी फटकार से पाकिस्तान तिलमिला गया है। इस तिलमिलाहट में उसने नई दिल्ली को परमाणु हमले की धमकी दे दी है। पाकिस्तान की मंत्री शाजिया मर्री ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा, 'भारत को यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। हमारी परमाणु ताकत चुप रहने के लिए नहीं है। जरूरत पड़ने पर हम पीछे नहीं हटेंगे।'
पाक मंत्री बोलीं- भारत न भूले हम भी परमाणु ताकत
शाजिया ने भारत को धमकी देते हुए कहा कि अगर मोदी सरकार लड़ेगी तो उसे जवाब मिलेगा। मंत्री ने कहा कि भारत को भूलना नहीं चाहिए कि पाकिस्तान को परमाणु संपन्न देश का दर्जा चुप रहने के लिए नहीं दिया गया है। पाकिस्तान भी जवाब देना जानता है। अगर आप बार-बार पाकिस्तान पर आरोप लगाते रहेंगे, तो पाकिस्तान चुपचाप सुनता नहीं रह सकता।
भारत के विदेश मंत्रालय ने लगाई थी कड़ी फटकार
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी शनिवार को बयान जारी कर दावा किया कि भारत पाकिस्तान को बदनाम करने के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों का इस्तेमाल कर रहा है। इससे पहले शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि इस तरह का असभ्य व स्तरहीन बयान पाकिस्तान के मानक के लिहाज से भी खराब है।
मेड इन पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करना होगा- बागची
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि पाकिस्तान ने वर्ष 1971 को भुला दिया है जो बंगाल में हिंदुओं व बंगालियों की जघन्य हत्या का परिणाम था। दुर्भाग्य से आज भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को लेकर हालात बहुत नहीं बदले हैं। न्यूयार्क, मुंबई, पुलवामा, लंदन जैसे शहरों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के हमलों को झेला है। मेड इन पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करना ही होगा। बागची ने कहा था कि पाकिस्तान ऐसा देश है जिसने ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकवादी को बलिदानी बताया है। वहां हाफिज सईद, मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकियों को शरण दी जा रही है। पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसके यहां 126 संयुक्त राष्ट्र की तरफ से घोषित आतंकवादियों और 27 आतंकवादी संगठनों का ठिकाना है।
बिलावल ने पीएम मोदी की लादेन से की थी तुलना
बिलावल भुट्टो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना आतंकी ओसामा बिन लादेन से कर दी थी। अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सत्र के इतर संवाददाता सम्मेलन में बिलावल भुट्टो ने आरोप लगाया कि भारत सरकार महात्मा गांधी के बजाय हिटलर से प्रभावित है।