आपने पिछले दो साल में देखा होगा कि कोरोना की वजह से कई लोगों की मौत हो गई है. भारत में नहीं, पूरी दुनिया में कोरोना से लाखों लोगों की मौत हो चुकी हैं. कोरोना के बाद एक और महामारी आने का अनुमान लगाया जा रहा है. खास बात ये है कि ये महामारी किसी जानवर, पक्षी की वजह से नहीं आएगी, बल्कि इसका कारण भी हैरान कर देने वाला है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर दुनिया पर आने वाला ये संकट क्या है और किस वजह से इसके फैलने की संभावना बताई जा रही है.
ये तो आप जानते हैं कि दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इस वजह से दुनिया भर के ग्लेशियर तेजी से और तीव्र स्तर पर पिघल रहे हैं. वैज्ञानिको का मानना है कि आने वाले अनुमानित महामारी किसी ओर से नहीं बल्कि ग्लेशियर से होने वाली है. जी हां, इस महामारी का कारण पिघलने वाले ग्लेशियर बताए जा रहे हैं.
शोध में मिट्टी के खास अध्ययन से सामने आया है कि आने वाले वक्त में ग्लेशियर की वजह से एक वायरस का आगमन हो सकता है. बताया जा रहा है कि एक "viral spillover" की स्थिति बन रही है.दरअसल, दुनिया में कई तरह के वायरस मौजूद हैं, लेकिन उन्हें बढ़ाने के लिए खास कोशिकाओं की आवश्यकता होता है. अब माना जा रहा है कि ग्लेशियर के पिघलने से ये कोशिकाएं पैदा हो सकती हैं और वायरस को फैलाने में मदद कर सकती हैं. इसे ही वायरल स्पिलओवर कहा जाता है.
होता क्या है कि जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, ग्लेशियरों का पिघलना भी बढ़ता है और पहले से बर्फ में फंसे वायरस और बैक्टीरिया के नए मेजबान खोजने की अधिक संभावना होती है. ऐसे में वायरस स्पिल ओवर बढ़ने की संभावना होती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे कोई बीमारी हो. इसलिए ये भविष्यवाणी जैसा नहीं माना जाना चाहिए.