ईरान। ईरान में हिजाब के खिलाफ विरोधी-प्रदर्शन करीब एक महीने से लगातार जारी है। विरोध को दबाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने स्कूल परिसर के अंदर घुसकर कई स्कूली बच्चों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही ईरानी अधिकारियों ने कुर्दिस्तान में रविवार को सभी स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए। आपको बता दें कि ईरान में हिजाब के खिलाफ आंदोलन 22 वर्षीय ईरानी महिला महसा अमिनी की मौत के बाद शुरू हुआ। आरोप है कि नैतिकता पुलिस द्वारा उसे हिरासत में मार दिया गया था।
अमिनी को 16 सितंबर को मृत घोषित कर दिया गया था। उसे कथित तौर ढीले-ढाले तरीके से हिजाब पहनने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। इस घटना ने ईरान में एक नए विद्रोह को हवा दे दी। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के मुख्य समाचार चैनल को भी हैक कर लिया गया। हैकर्स ने प्रदर्शनकारियों की तस्वीरों को हटाकर अली खामेनेई की तस्वीर लगा दी। इस घटना की जिम्मेदारी हैक्टिविस्ट समूह एडलत-ए अली ने ली है।
आपको बता दें कि ईरानी शासन के विरोध में सैकड़ों हाई-स्कूल की लड़कियां और विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हुए। अमीनिस के अंतिम संस्कार में पश्चिमी ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। हिरासत में युवती की मौत के विरोध में महिलाओं ने अपना हिजाब उतार दिए। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। महिलाओं ने "तानाशाह की मौत!" के नारे भी लगाए।