यूक्रेन (Ukraine) पर महायुद्ध की आशंकाओं के बीच रूस (Russia) ने बैलिस्टिक मिसाइलों के साथ परमाणु अभ्यास शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ अमेरिका ने यूक्रेन पर रूस के हमले की नई तारीख तय कर दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ-साथ अमेरिकी रक्षा प्रमुख लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के लिए रूसी सैनिक तैयार हैं.
अमेरिका में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडेन यूक्रेन में उभरती स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम उन्हें यूक्रेन (Ukraine) में होने वाली घटनाओं के बारे में नियमित रूप से अपडेट कर रही है. जेन साकी ने आशंका जताई है कि रूस यूक्रेन (Russia Ukraine Conflict) पर किसी भी समय हमला कर सकता है.
यूक्रेन में तेज हुई गोलीबारी
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडेन को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में हुई बैठकों के बारे में पहले ही अपडेट मिल चुका है. यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्स्की के साथ आयोजित हुई बैठकों की जानकारी भी उन्हें पहले से है.
इसी बीच पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में स्थिति गंभीर बनी हुई है. बॉर्डर वाले इलाकों में भारी गोलाबारी हो रही है. पूर्वी यूक्रेन में लगभग 2,000 बार युद्धविराम के उल्लंघनों की ख़बरें हैं. एक दिन में दर्ज की गई अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. यूक्रेन के मुताबिक सीमा पार से हुई गोलाबारी में यूक्रेन के 2 सैनिकों की मौत भी हो गई है.
परमाणु युद्ध का बढ़ रहा खतरा
यूक्रेन और रूस के बीच लगातार बढ़ते जा रहे तनाव का अंजाम क्या परमाणु युद्ध हो सकता है. इस वक्त सारी दुनिया में इसकी चर्चा चल रही है. अब तक बेलारूस के साथ युद्धाभ्यास कर रहे रूस ने परमाणु युद्धाभ्यास किया है. मास्को में बेलारूस के राष्ट्रपति के साथ बैठकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद इस युद्धाभ्यास का निरीक्षण किया है. इसके अलावा दुनिया में तेजी से बदलते घटनाक्रम भी परमाणु युद्ध के संकेत दे रहे हैं.
पुतिन ने देखा परमाणु युद्धाभ्यास
यूक्रेन (Ukraine) बॉर्डर पर रूस (Russia) के सैनिकों की संख्या 2 लाख के करीब पहुंच चुकी है. दुनिया ने अब तक रूस की सेना की जल, थल और वायु वाली बेशुमार ताकत को देख लिया है. यूक्रेन की तबाही का बारूद बॉर्डर पर मौजूद है, जो कभी भी फट सकता है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने एक टेबल पर बैठकर जिस युद्धाभ्यास का मुआयना किया, वह यूक्रेन ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को तबाह करने की ताकत रखता है.
बंदूक, टैकों, तोपों और सैनिक आक्रमण की तबाही तो झेली जा सकती है. लेकिन रूस (Russia) जिस हमले का अभ्यास कर रहा है. अगर वो हुआ तो बर्बादी का अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा. यूक्रेन विवाद के बीच महाशक्तियां जिस राह पर आगे बढ़ रही हैं. उससे इस तबाही की परमाणु युद्ध की आशंका भी बढ़ने लगी है. दुनिया के अलग अलग कोनों से 5 ऐसे बड़े संकेत सामने आए हैं, जो परमाणु युद्ध के ख़तरे को बढ़ा रहे हैं. आइए जानते हैं कि वे संकेत क्या हैं.
पुतिन ने देखी सेना की परमाणु प्रैक्टिस
यूक्रेन बॉर्डर से सटे दो देश रूस और बेलारूस की सेनाएं उसे घेरकर ख़डी हैं. दोनों देशों के राष्ट्रपति सबसे बड़े परमाणु युद्धाभ्यास को देख रहे हैं. रूस की मिसाइलें पूरी रफ्तार से दुश्मनों पर सबसे घातक हमला करने को पूरी तरह से तैयार हैं. यूक्रेन अगर रूस (Russia) का परमाणु निशाना हुआ तो ऐसे भीषण हमले के बाद पूरी तरह से तबाह हो जाएगा. रूस की ये घातक मिसाइलों की पहुंच (Russia Ukraine Conflict) सिर्फ यूक्रेन तक नहीं बल्कि पूरे यूरोप और दुनिया के कोने कोने तक है. इन परमाणु हथियारों का बटन अगर पुतिन जैसे आक्रामक नेता के पास है तो पूरी दुनिया का चिंतित होना लाज़मी भी है.
रूस के परमाणु हथियार हुए तैनात
रूस इस परमाणु युद्धाभ्यास को पूर्व नियोजित बता रहा है. हालांकि बात सिर्फ परमाणु यद्धाभ्यास तक सीमित रहती तो बात अलग थी. रूस ने अपने महाविनाशकारी परमाणु हथियारों की तैनाती भी शुरू कर दी है. पोलैंड में अमेरिका के सैनिकों की तैनाती के बाद रूस ने अपनी सबसे घातक हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल किंझल से लैस मिग 31 विमानों को पोलैंड से सटे अपने कालिनग्राद शहर में तैनात कर दिया है. ये घातक मिसाइलें यूरोप के सभी नाटो देशों तक मार करने की क्षमता रखती हैं. इसके अलावा रूस (Russia) वेनेजुएला में भी परमाणु हथियार तैनात करने की योजना बना चुका है. अमेरिका के दुश्मन वेनेजुएला से रूस की इस मुद्दे पर बात भी हो चुकी है.
बेलारूस की नाटो देशों को चेतावनी
हथियार तैनाती को भी अपनी रक्षा की कोशिश कहा जा सकता है. लेकिन बात अब परमाणु धमकी तक भी पहुंच चुकी है. रूस के सहयोगी देश बेलारूस जिसके राष्ट्रपति ने व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठकर परमाणु युद्धाभ्यास देखा, उन्होंने खुद नाटो देशों को चेतावनी दी है. बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको खुलकर पुतिन के साथ हैं.
बेलारूस के सैनिक रूस (Russia) के साथ मिलकर युद्धाभ्यास में जुटे हैं. बेलारूस में रूस के सैनिकों और हथियारों को जमावड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचना भी काफी आसान है. अब लुकाशेंको ने नाटो देशों को परमाणु धमकी दे दी है. इस चेतावनी के बाद बेलारूस से सटे नाटो देशों की चिंता और ज्यादा बढ़ गई है.
यूक्रेन मामले पर रूस-अमेरिका में ठनी
परमाणु युद्ध का बारूद सुलग रहा है. रूस और यूक्रेन के बीच संभावित युद्ध (Russia Ukraine Conflict) की चिंगारी इसे कभी भी भड़का सकती है. इस चिंगारी के भड़काने वाले और संकेत अभी बाकी हैं.
दुनिया में परमाणु यद्ध की आशंका इसलिए भी जताई जा रही है क्योंकि दुनिया की दो सबसे बड़ी सुपर पावर अमेरिका और रूस यूक्रेन विवाद (Russia Ukraine Conflict) में आमने सामने हैं. रूस ने अगर यूक्रेन के पास परमाणु हथियारों की तैनाती की है तो अमेरिका ने भी यूरोप में 100 से ज्यादा परमाणु बम तैनात कर रखे हैं.
अमेरिका ने यूरोप में रखे 100 एटम बम
रूस की तैयारियों के जवाब में अमेरिका की तैयारी हालात और ज्यादा खराब कर रही है. रूस और बेलारूस को भी परमाणु युद्ध की तैयारी महंगी पड़ सकती है क्योकि अमेरिका ने यूरोप के 5 देशों में 100 परमाणु बम बिल्कुल तैयार हालत में रखे हुए हैं. अमेरिका के 100 परमाणु बम बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और तुर्की में हैं.
यही नहीं अमेरिका ने इन परमाणु बमों को दागने के लिए अपने एफ-16 समेत अन्य लड़ाकू विमानों को भी यूरोपीय अड्डों पर तैनात कर रखा है. इसके अलावा अमेरिका ने यूक्रेन तनाव को देखते हुए अपने B-52 परमाणु बॉम्बर को भी ब्रिटेन के हवाई ठिकाने पर भेजा है. जो लगातार यूरोप की गश्त कर रहे हैं. यानी अगर रूस परमाणु हमला करेगा या इसका खौफ़ पैदा किया जाएगा तो अमेरिका भी नाटो देशों की रक्षा के लिए बड़ा कदम उठाने को पूरी तरह तैयार है.
हालांकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का पुतिन की परमाणु तैयारी पर दिया गया बयान ये ही बताता है कि बाइडेन भी इस हमले की शुरूआत से बचना चाहेंगे. लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कब क्या कर दें, इसे लेकर अमेरिका भी सशंकित है. साफ है अगर परमाणु हमला हुआ. छोटा चाहें बड़ा तो अमेरिका ओर नाटो की तरफ से इसका तेजी से जवाब भी ज़रूर दिया जाएगा और ये स्थिति यूरोप के लिए काफी खतरनाक होगी.