पाकिस्तान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी की आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अपने सम्मान और प्रतिष्ठा को बनाए रखने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) को पार करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान ने कहा कि जुझारू बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है। राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।
पाकिस्तान की ओर से एक बयान में कहा गया कि हम भारत को अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं क्योंकि उसकी आक्रामक बयानबाजी क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है और दक्षिण एशिया में रणनीतिक माहौल को अस्थिर करने में योगदान देती है। इसमें कहा गया है कि यह पहली बार नहीं है कि भारत के राजनीतिक नेताओं और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान के बारे में अत्यधिक गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी की है। कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से होने वाले सीमा पार आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध अक्सर तनावपूर्ण रहे हैं।
हम एलओसी पार करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अपना सम्मान और प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने को तैयार है। साथ ही उन्होंने आम नागरिकों से ऐसी स्थिति में सैनिकों के समर्थन के लिए तैयार रहने का आह्वान भी किया। रूस-यूक्रेन युद्ध का उदाहरण देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि युद्ध एक साल से भी अधिक समय से चल रहा है, क्योंकि नागरिक आगे आए और युद्ध में हिस्सा ले रहे हैं। सिंह 24वें करगिल विजय दिवस के अवसर पर करगिल युद्ध स्मारक पर बोल रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर, 1999 के करगिल युद्ध में अपना जीवन बलिदान करने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि देश की संप्रभुत्ता, एकता और अखंडता की रक्षा करने में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। हमने देश के शत्रुओं का खात्मा करने के लिए सशस्त्र बलों को खुली छूट दी है। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक शांति प्रिय देश है जो अपने सदियों पुराने मूल्यों में यकीन रखता है और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के लिए समर्पित है, लेकिन अपने हितों की रक्षा के लिए हम एलओसी पार करने से भी नहीं हिचकिचाएंगे।