पाकिस्तान में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति के मसले पर जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को खैबर पख्तूनख्वा के कराक में एक रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर एक नई बात रख दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की नियुक्ति योग्यता के आधार पर की जानी चाहिए।
योग्यता के आधार पर किया जाना चाहिए चयन
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार इमरान खान ने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पर पलटवार करते हुए कहा कि मैंने कभी भी अपनी पसंद के सेना प्रमुख की नियुक्ति करने की कोशिश नहीं की। हम चाहते हैं कि पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख का चयन योग्यता के आधार पर किया जाना चाहिए। दरअसल बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने इमरान खान पर आरोप लगाया था कि पूर्व पीएम (Imran Khan) अपनी पसंद का सेना प्रमुख नियुक्त करना चाहते थे।
मरियम नवाज पर लगाए भाई-भतीजावाद के आरोप
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (Pakistan Democratic Movement, PDM) नेतृत्व की आलोचना करते हुए इमरान खान ने कहा कि पीडीएम नेताओं के सत्ता में आने का एकमात्र कारण भ्रष्टाचार को जारी रखना है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, खान ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज सच बोलने में असमर्थ हैं। उन्होंने एक बार फिर मरियम नवाज पर भाई-भतीजावाद को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखने का आरोप लगाया।
40 वर्षों से दूसरों की आर्थिक मदद पर जीवित है पाकिस्तान
सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो के लीक होने के विवाद का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा कि मरियम अपने दामाद के लिए भारत से बिजली संयंत्र की मशीनरी आयात करना चाहती हैं। आडियो में पीएम शहबाज अपनी भतीजी पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज के दामाद के लिए एक अज्ञात अधिकारी से भारत से पावर प्लांट आयात करने को लेकर बातचीत करते सुनाई दे रहे हैं। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान पिछले 40 वर्षों से दूसरों की आर्थिक मदद पर जीवित है, जबकि भारत और बांग्लादेश ने प्रगति की है।