'हेलो, मैं आतंकवादी हूं, मैं थाने में सरेंडर करना चाहता हूं। मुझे पकड़ने के बाद आप चाहो तो फांसी पर लटका देना…।' शुक्रवार शाम दिल्ली पुलिस नियंत्रण कक्ष में आई कॉल में कॉलर की ओर से ऐसा कहने पर महकमे में हड़कंप मच गया।
कॉल शकरपुर इलाके से आई थी। लिहाजा पूरे एरिया को अलर्ट करने के बाद थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई। कॉलर को कॉल की गई तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। तलाश करते हुए पुलिस टीम जब उसके घर पहुंची तो पता चला कि कॉलर मानसिक रूप से बीमार है। उसका काफी समय से इलाज भी चल रहा है। इसके बाद पुलिस की सांस में सांस आई।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम को कॉल मिली थी। चूंकि कॉलर ने खुद ही सरेंडर करने की बात की थी, इसलिए पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से लिया। कॉल आने के बाद तुरंत जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचना दे दी गई। उन्होंने भी मामले में सावधानी बरतने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस की टीम ने कॉलर को कॉल करना शुरू किया, लेकिन वह लगातार पुलिस की कॉल को काटता रहा।
काफी देर बाद पुलिस की टीम ने उसकी सीडीआर और लोकेशन निकलवाई। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि सिमकार्ड किशनकुंज में एक महिला के नाम पर रजिस्टर्ड है। एक टीम महिला के घर पहुंची तो वहां कहानी दूसरी ही निकली।
परिजनों ने बताया कि कॉलर मानसिक रोगी है। उसका कई सालों से इलाज भी चल रहा है। पड़ताल करने के बाद देर रात करीब दो बजे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में खबर दी गई। छानबीन के बाद कॉलर को छोड़ दिया गया।