विश्व

इस समुदाय की लड़कियां मरते दम तक नही कटा सकती है बाल, माना जाता है गुनाह

Neha Dani
1 Oct 2022 1:57 AM GMT
इस समुदाय की लड़कियां मरते दम तक नही कटा सकती है बाल, माना जाता है गुनाह
x
इ स्तेमाल करने की छूट दी जाती है, ताकि सिर का जूड़ा थोड़ा हल्का हो सके.
दुनिया में एक धर्म के मानने वाले ऐसे भी हैं जो अपने समुदाय की लड़कियों और महिलाओं को मरते दम तक बाल कटवाने की इजाजत नहीं देते हैं. इतना ही नहीं इस कम्युनिटी की महिलाएं अपने शरीर के किसी भी हिस्से के बालों को भी नहीं हटा सकती हैं. एनाबैप्टिज्म क्रिस्चन चर्च से जुड़ा अमीश समुदाय (Amish Community) इस नियमों का पालन लंबे समय से करती चली आ रही है. आज इंटरनेट के दौर में समय भले ही कितना बदल गया हो पर इस समुदाय ने अपनी परंपराओं और मान्यताओं को नहीं बदला है. इस समुदाय के लोग आज भी पुरानी रीति पर चलते हुए जिंदगी बिता रहे हैं.
समुदाय के अजीबोगरीब नियम
अमीश समुदाय की महिलाएं अपने बालों को लेकर बिबलिकल नियमों का पालन करती हैं. प्राचीन नियमों के मुताबिक इस समुदाय की किसी भी महिला को किसी भी हालत में हेयर कट यानी बाल कटाने की इजाजत नहीं है. इसी के साथ ही अमीश महिलाओं को अपने बालों को किसी जूड़े में बांधकर उसे कपड़े से ढककर रखना होता है. इस कम्युनिटी की महिलाएं सिर्फ घर के अंदर ही बाल खोल सकती हैं. अगर किसी महिला ने गलती से या जानबूझकर अपने बाल काटे तो इसे शर्मनाक और किसी पाप की तरह माना जाता है.
शरीर के बाल भी नहीं हटा सकतीं
इन नियमों के तहत महिलाओं को शेव करने की भी इजाजत नहीं है. यानी वे अपने शरीर के बालों को भी नहीं हटा सकती हैं. इन महिलाओं को बगलें शेव करने की इजाजत तक नहीं है. वहीं अगर इस बात का सबूत मिल जाए कि किसी महिला ने बाल कटाए या रेजर का इस्तेमाल किया तो उसे सजा तक दी जा सकती है.
नियमों में मिली हल्की छूट
हालांकि समय के साथ इन महिलाओं को कुछ ढील भी दी गई है. अमीष महिलाओं में अगर किसी के बाल बहुत भारी बाल हों, तो उन्हें हेयर थिनिंग कॉम्ब का इस्तेमाल करने की छूट दी जाती है, ताकि सिर का जूड़ा थोड़ा हल्का हो सके.

Next Story