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बीजिंग (आईएएनएस)| रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय संघ ने हाल ही में सम्मेलन आयोजित कर चीन की महामारी स्थिति पर चर्चा की। सम्मेलन के बाद जारी बयान में सदस्य देशों ने सुझाव दिए कि चीन से सभी यात्रियों को 48 घंटे का नकारात्मक न्यूक्लिक एसिड परीक्षण प्रमाणपत्र प्रदान करने, चीन से यात्रियों के लिए न्यूक्लिक एसिड का नमूना करने, और सकारात्मक परिणामों के लिए वायरस अनुक्रमण करने की आवश्यकता होगी। बयान में डेटा शेयरिंग पर ध्यान देने का भी उल्लेख किया गया, जिसमें कहा गया है कि जनवरी के मध्य से पहले स्थिति और प्रतिवाद का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
संबंधित मुद्दे की चर्चा करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 6 जनवरी को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विभिन्न देशों के महामारी रोकथाम उपाय वैज्ञानिक और उचित होने चाहिए। देशों के बीच सामान्य कर्मियों के आदान-प्रदान, आवाजाही और सहयोग को प्रभावित नहीं करना चाहिए, कोई भेदभावपूर्ण व्यवहार नहीं होना चाहिए, और न ही इस अवसर से राजनीतिक हेरफेर करना चाहिए।
माओ निंग ने यह भी कहा कि चीन संबंधित जानकारी और डेटा को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ खुले और पारदर्शी तरीके से साझा करता रहा है और उसने डब्ल्यूएचओ के साथ 60 से अधिक तकनीकी आदान-प्रदान किए हैं। साथ ही, चीन ग्लोबल इन्फ्लुएंजा शेयरिंग डेटाबेस के माध्यम से नए संक्रमणों पर वायरस आनुवंशिक डेटा भी साझा करना जारी रखता है, जो अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थानों के लिए महत्वपूर्ण संदर्भ प्रदान करता है। कुछ देशों द्वारा शुरू की गई अनुचित प्रथाओं के जवाब में चीन महामारी की स्थिति और रोकथाम व नियंत्रण की जरूरतों के संयोजन से पारस्परिकता के सिद्धांत के अनुसार उचित उपाय करेगा।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, 5 जनवरी को विश्व स्वास्थ्य संगठन के निमंत्रण पर चीन ने डब्ल्यूएचओ के सदस्य देशों की ब्रीफिंग में भाग लेने के लिए विशेषज्ञों को भेजा, जिसमें उन्होंने चीन के कोरोना महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के उपाय, उत्परिवर्तित वायरस की निगरानी, कोविड-19 टीकाकरण और नैदानिक उपचार आदि के बारे में परिचय दिया और डब्ल्यूएचओ सदस्यों के साध सक्रिय रूप से आपसी संवाद किया।
संबंधित स्थिति की चर्चा करते हुए प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि चीन महामारी की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सहयोग को मजबूत करता रहेगा, ताकि महामारी की चुनौती का बेहतर रूप से मुकाबला किया जा सके और लोगों के जीवन व स्वास्थ्य की बेहतर रक्षा की जा सके।
उन्होंने कहा कि महामारी के प्रकोप के बाद से चीन के संबंधित मुख्य प्रबंधन विभाग कानून के अनुसार समयबद्ध, खुले और पारदर्शी तरीके से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को महामारी की जानकारी जारी करता है, और डब्ल्यूएचओ के साथ घनिष्ठ संपर्क भी बनाए रखता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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