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आलोचना बनी मुसीबत: महिला को फेसबुक पर LIKE करना पड़ा भारी, कोर्ट ने सुनाई इतने साल की सजा

jantaserishta.com
19 Jan 2021 11:14 AM GMT
आलोचना बनी मुसीबत: महिला को फेसबुक पर LIKE करना पड़ा भारी, कोर्ट ने सुनाई इतने साल की सजा
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वकीलों ने इसकी जानकारी दी.

थाईलैंड (Thailand) की एक अदालत ने मंगलवार को एक पूर्व सिविल सेवक को देश के सख्त कानून का उल्लंघन करने और राजशाही का अपमान (Defaming the monacrhy) करने के लिए 43 साल छह महीने की रिकॉर्ड जेल की सजा सुनाई है. वकीलों ने इसकी जानकारी दी. थाईलैंड में राजा का अपमान करना या राजशाही की आलोचना करने को बड़ी सजा के रूप में देखा जाता है. देश में इस सजा को ऐसे समय पर सुनाया गया है, जब राजशाही के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं. मानवाधिकार समूहों द्वारा सजा की निंदा की गई है.

'थाई लौयर्स फॉर ह्यूमन राइट्स' समूह ने कहा कि बैंकॉक क्रिमिनल कोर्ट ने इस महिला को 'लिज मैजस्टे लॉ' का उल्लंघन करने के 29 मामलों में दोषी पाया. महिला ने फेसबुक और यूट्यूब पर ऑडियो क्लिप पोस्ट की, जिसमें की गई टिप्पणियों को राजशाही की आलोचना के रूप में देखा गया. ह्यूमन राइट्स वॉच ग्रुप के वरिष्ठ शोधकर्ता सुनाई फासुक ने कहा, अदालत का फैसला चौंकाने वाला है और यह संकेत देता है कि न केवल राजशाही की आलोचना को सहन किया जाएगा, बल्कि ऐसा करने पर कड़ी सजा भी दी जाएगी.
थाईलैंड के 'लिज मैजस्टे लॉ' को आर्टिकल 112 के रूप में भी जाना जाता है. इस कानून का उल्लंघन करने पर हर मामले में तीन से लेकर 15 साल तक की सजा दी जाती है. यह कानून इसलिए भी विवादित है, क्योंकि लोगों को फेसबुक पर किसी पोस्ट को लाइक के लिए भी सजा दी जाती है. इसके अलावा, शाही परिवार और अधिकारियों के अलावा कोई भी नागरिक किसी भी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर सकता है, जिसमें सालों तक कानूनी कार्यवाही चलती रहती है.
थाईलैंड के पिछले 15 वर्षों की राजनीतिक अशांति के दौरान, इस कानून का अक्सर एक राजनीतिक हथियार के साथ-साथ व्यक्तिगत प्रतिशोध के रूप में भी प्रयोग किया गया है. हालांकि, राजशाही की सार्वजनिक आलोचना के मामले बेहद ही दुर्लभ हैं. लेकिन राजशाही को लेकर अपनाए गए इस रवैये में पिछले साल परिवर्तन देखने को मिला, जब युवा प्रदर्शनकारियों ने राजशाही में सुधार के लिए मांग की. ऐसा हैरानी भरा था, क्योंकि थाई नागरिक राजशाही को एक पवित्र संस्था के रूप में मानते हैं.

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