x
बीजिंग, (आईएएनएस)। जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे, इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता और इसके चौथे प्रमुख शहर बांडुंग को जोड़ने वाला, दक्षिण पूर्व एशिया में पहला हाई-स्पीड रेलवे है, साथ ही चीनी हाई-स्पीड रेलवे की पूरी प्रणाली में पहला हाई-स्पीड रेलवे है, सभी तत्वों के साथ विदेशों में लागू किया गया।
वर्तमान में, हाई-स्पीड रेल-गाड़ियों को धीरे-धीरे इंडोनेशिया पहुंचाया गया है। मुख्य लाइन का ट्रैक बिछाने का कार्य प्रगति पर है और इस वर्ष के अंत में होने वाले ट्रायल ऑपरेशन के लिए सभी प्रकार के कार्यों को सक्रिय रूप से तैयार किया जा रहा है।
जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के लिए डिजाइन की गई हाई-स्पीड रेल ट्रेनें लाल और चांदी रंग की हैं। यह चीन की फूशिंग हाई-स्पीड रेलगाड़ी की तकनीक पर भरोसा करते हुए इंडोनेशियाई संस्कृति को भी एकीकृत करता है।
बता दें कि साल 2015 में चीनी हाई-स्पीड रेल ने कड़ी प्रतिस्पर्धा में जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट का टेंडर सफलतापूर्वक जीता था। तब से चीनी निमार्ताओं के प्रयास में इंडोनेशिया में पहला और दक्षिण पूर्व एशिया में भी पहला हाई-स्पीड रेलवे का निर्माण चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है।
जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे की कुल लंबाई 142 किलोमीटर और अधिकतम डिजाइन गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह चीन और इंडोनेशिया के बीच संयुक्त रूप से बेल्ट एंड रोड बनाने और व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने की प्रतिष्ठित परियोजना है। योजना के मुताबिक इस ट्रेन का आवागमन अगले साल जून में शुरू हो जाएगा। इसके बाद, जकार्ता से बांडुंग तक का समय 3 घंटे से घटकर 40 मिनट हो जाएगा।
वर्तमान में, जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेल लाइन की 13 सुरंगें पूरी हो चुकी हैं। रोडबेड, पुलों और स्टेशनों के 92 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं और मुख्य लाइन पर ट्रैक बिछाने का काम स्थिर रूप से जारी है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
Rani Sahu
Next Story