दुनिया : दुनिया में अपनी छवि चमकाने के लिए चीन अखबारों का सहारा ले रहा है। ओसेनिया में स्थित सोलोमन द्वीप के अखबार को अपने बारे में सकारात्मक समाचार प्रकाशित करने के लिए 1,30,000 डॉलर दिए हैं। द एशियन एज ने आरएफए-संबद्ध समाचार संगठन बेनारन्यूज द्वारा जांचे गए एक फंडिंग दस्तावेज और ईमेल का हवाला देते हुए यह रिपोर्ट दी है। वित्तीय सहायता के संबंध में सोलोमन स्टार द्वारा 2021 में चीनी दूतावास से संपर्क किया गया था और 41,000 अमेरिकी डॉलर का योगदान देने पर सहमति बनी थी। जून 2022 में इसे बढ़ाकर 1,33,000 डॉलर कर दिया गया था। सोलोमन स्टार सोलोमन द्वीप के दो मुख्य समाचार पत्रों में से एक है। सोलोमन स्टार के गत मंगलवार संस्करण में एक संपादकीय में चीनी सरकारी फंडिंग का बचाव किया गया और इस बात से इनकार किया गया कि चीनी दूतावास ने नकारात्मक कवरेज के लिए अखबार को फटकार लगाई थी। लेख में कहा गया कि हां, सोलोमन स्टार के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। हमें चीन से फंडिंग मिली है। इसमें दावा किया गया कि सोलोमन द्वीप में अन्य मीडिया संगठन और पत्रकार भी चीनी सरकार से फंडिंग प्राप्त कर रहे थे या मांग रहे थे।सोलोमन द्वीप के अखबार को अपने बारे में सकारात्मक समाचार प्रकाशित करने के लिए 1,30,000 डॉलर दिए हैं। द एशियन एज ने आरएफए-संबद्ध समाचार संगठन बेनारन्यूज द्वारा जांचे गए एक फंडिंग दस्तावेज और ईमेल का हवाला देते हुए यह रिपोर्ट दी है। वित्तीय सहायता के संबंध में सोलोमन स्टार द्वारा 2021 में चीनी दूतावास से संपर्क किया गया था और 41,000 अमेरिकी डॉलर का योगदान देने पर सहमति बनी थी। जून 2022 में इसे बढ़ाकर 1,33,000 डॉलर कर दिया गया था। सोलोमन स्टार सोलोमन द्वीप के दो मुख्य समाचार पत्रों में से एक है। सोलोमन स्टार के गत मंगलवार संस्करण में एक संपादकीय में चीनी सरकारी फंडिंग का बचाव किया गया और इस बात से इनकार किया गया कि चीनी दूतावास ने नकारात्मक कवरेज के लिए अखबार को फटकार लगाई थी। लेख में कहा गया कि हां, सोलोमन स्टार के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। हमें चीन से फंडिंग मिली है। इसमें दावा किया गया कि सोलोमन द्वीप में अन्य मीडिया संगठन और पत्रकार भी चीनी सरकार से फंडिंग प्राप्त कर रहे थे या मांग रहे थे।