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बीजिंग, (आईएएनएस)| कुछ ही दिनों बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बीसवीं राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन होने वाला है। हर पांच वर्ष में होने वाली इस कांग्रेस के बेहद भव्य तरीके से आयोजित किए जा रहा है। चीन की राष्ट्रीय एकता की प्रतीक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस आयोजन पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं। कोरोना की वैश्विक महामारी के बाद आयोजित हो रही इस कांग्रेस से उम्मीद की जा रही है कि दुनिया की आर्थिक और राजनीतिक जटिलतों को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी नए संदेश देने की कोशिश करेगी। इस लिहाज से यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
वैश्विक स्तर पर एक तरफ जहां महंगाई की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है, वहीं पश्चिमी दुनिया में 2008 की भांति आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही है। इसके साथ ही दुनिया के कुछ इलाकों में क्षेत्रीय भूराजनीतिक संघर्ष भी दिख रहे हैं। ऐसे माहौल में देखना होगा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की यह कांग्रेस किस तरह से दुनिया को आश्वस्त करने की कोशिश करती है। उम्मीद की जा रही है कि दुनिया की दूसरी आर्थिक महाशक्ति बन चुके चीन की आर्थिक और सामरिक मामलों में सकारात्मक वैश्विक हस्तक्षेप चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की यह बैठक करेगी।
करीब दो साल तक कोरोना की वैश्विक महामारी के बाद कुछ देशों को छोड़ दें तो दुनिया के ज्यादातर देश आर्थिक विकास की बाधा से जूझ रहे हैं। चूंकि चीन आज दुनिया की दूसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति है, लिहाजा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से दुनिया को उम्मीद है कि अपनी बीसवीं कांग्रेस में वह इस दिशा में भी सकारात्मक कदम उठाने और आर्थिक मंदी की तरफ बढ़ती दुनिया को नई राह दिखाने की कोशिश करेगी।
हाल ही में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मानव जाति के साझा विकास और उसके कल्याण को लेकर एक योजना प्रस्तुत की है। माना जा रहा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बीसवीं कांग्रेस में इस पर भी विचार किया जाएगा और वैश्विक स्तर पर मानव समाज के सम्मान को लेकर चर्चा होगी और उसके जरिए मानव समाज को नया और सुरक्षित भविष्य देने की भी कोशिश होगी।
बीसवीं राष्ट्रीय कांग्रेस से वैश्विक शांति और विकास के साथ-साथ मानव सभ्यता की प्रगति में ज्ञान और शक्ति के चीन के योगदान को लेकर भी नई दिशा मिलने के आसार हैं। चीन सरकार का दावा है कि उसने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में पहली बार मानव इतिहास में युद्ध और लूट की बजाय शांति के जरिए बड़े पैमाने पर आधुनिकीकरण की सोच और प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। इसने मानव विकास के लिए नई संभावनाएं पैदा हुई हैं और इससे दुनिया के एक वर्ग को अच्छे संकेत मिले हैं।
यह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों की ही देन कहा जाना चाहिए कि आर्थिक विकास के मोर्चे पर साल 2013 से 2021 तक, वैश्विक आर्थिक विकास में चीन का औसतन योगदान 30 प्रतिशत से अधिक हो गया है। जो वैश्विक स्तर पर पहले स्थान पर है। चीन की वैश्विक विकास और वैश्विक सुरक्षा पहल के जरिए चीन ने मौजूदा वक्त की चिंताओं का प्रभावी ढंग से जवाब देने की भी कोशिश की है। इसी वजह से माना जा रहा है कि अपनी बीसवीं कांग्रेस में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी वैश्विक शांति के साथ ही वैश्विक विकास अपने योगदान के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का खुद को रक्षक के तौर पर पेश करने की दिशा में भी कदम उठाएगी।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस की तरफ ध्यान लगाए बैठे वैश्विक निगाहों को चीन की तरफ से आश्वासन देने की भी कोशिश होगी कि नया चीन सुधार और खुलेपन के लिए दृढ़ संकल्प है। जिसे 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में नए स्तर पर लाने की योजना है। चीन और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को भरोसा है कि चीन की इस सोच को दुनिया भी सटीक ढंग से समझती है।
चीन की कोशिश वैश्विक एकता और सहयोग के मौजूदा युगबोध के साथ वैश्विक साझा हितों के पक्ष में खड़ा दिखने की है। यही वजह है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बीसवीं कांग्रेस का लक्ष्य शांति, विकास, वैश्विक निष्पक्षता, न्याय, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों पर केंद्रित होना है। माना जा रहा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बीसवीं राष्ट्रीय कांग्रेस वैश्विक स्तर पर चीन की तरफ से निश्चितता की धारणा को मजबूत करने की कोशिश करेगी और वैश्विक सोच में नई ऊर्जा का ऐतिहासिक तरीके से संचार करने की कोशिश करेगी।
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