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बीजिंग (आईएएनएस)| चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के आयोजन से पहले कई मध्य एशियाई देशों के राजनीतिक विद्वानों ने चाइना मीडिया ग्रुप को इंटरव्यू दिया। उन्होंने शिखर सम्मेलन के जरिए चीन के साथ विकास और सहयोग बढ़ाने की आशा जताई।
किर्गिजस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जूमार्ट ओटोरबायेव ने कहा कि पिछले दशक में मध्य एशियाई देशों और चीन ने विभिन्न क्षेत्रों में संपर्क घनिष्ठ कायम रखा। दोनों पक्षों के बीच व्यापार में काफी बढ़ोतरी हुई। आशा है कि भविष्य में मध्य एशिया चीन के आधुनिक विकास में शामिल हो सकेगा और चीन के साथ बुनियादी संस्थापनों के निर्माण में सहयोग करने के जरिए मध्य एशिया का विकास बढ़ाया जाएगा।
ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति रणनीतिक अध्ययन केंद्र के पूर्व प्रमुख सैफुलो सफारोव ने आशा जताई कि शिखर सम्मेलन के जरिए ताजिकिस्तान को पार करने वाले उत्पादों की स्थानांतरण मात्रा बढ़ाई जाएगी। विश्वास है कि बेल्ट एंड रोड प्रस्ताव के ढांचे में यह लक्ष्य अवश्य ही साकार होगा।
कजाकस्तान के विकास और निवेश मंत्रालय के उप प्रमुख रहीम ओशाकबायेव ने कहा कि बेल्ट एंड रोड प्रस्ताव का कार्यान्वयन मध्य एशियाई देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत मानव समुदाय के साझे भविष्य के निर्माण की विचारधारा आज की दुनिया के लिए आवश्यक है। हम चीन-मध्य एशिया भाग्य समुदाय का निर्माण करने का स्वागत करते हैं।
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