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सोवियत संघ के विघटन के बाद भी रूस और अमेरिका के बीच रिश्ते बहुत मधुर नहीं रहे। दोनों देशों के बीच संबंधों में एक खिंचाव रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का खतरा तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देशों के विवाद के कारण अब दुनिया भर के देश अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में कनाडा ने अपने नागरिकों को रूस और यूक्रेन की गैर-जरूरी यात्राओं की योजना रद्द करने की सलाह दी है। स्पुतनिक न्यूज एजेंसी ने विदेश मंत्रालय द्वारा जारी आदेश का जिक्र करते हुए बताया कि, कनाडा सरकार ने रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते विवाद को देखते हुए अपने नागरिकों को इन देशों की यात्रा नहीं जाने के लिए कहा है।
जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन सीमा पर रूस ने 1 लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं। अमेरिका समेत कई देशों ने आशंका जताई है कि रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है। जिसके चलते अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी है। इसके अलावा ऐसी भी खबरें हैं कि अमेरिका यूक्रेन स्थित कीव से अपने दूतावास खाली करवा रहा है। हालांकि, रूस और यूक्रेन के बीच पनपे इस तनाव ने महाशक्तियों के बीच जंग होने का खतरा भी बढ़ा दिया है। अमेरिका पहले ही संभावित युद्ध को लेकर रूस को चेतावनी दे चुका है। वहीं, ब्रिटेन और कनाडा ने भी यूक्रेन को सैन्य सहायता और युद्ध सामान मुहैया कराना शुरू कर दिया है।
वहीं, मॉस्को ने यूक्रेन पर हमला करने की योजना के दावों का लगातार खंडन किया है, उन्होंने जोर देकर कहा है कि वह रूसी सीमाओं के पास नाटो की सैन्य गतिविधि को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा मानता है। समाचार एजेंसी के अनुसार, पिछले महीने रूस ने यूरोप में अमेरिका और नाटो को सुरक्षा गारंटी के प्रस्ताव रखे थे, जिन पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
बता दें कि, यूक्रेन और रूस के बीच विवाद कोई ताजा नहीं है। 1990 के दशक तक यूक्रेन पूर्व सोवियत संघ का ही प्रमुख हिस्सा था। सोवियत संघ के विघटन के बाद यूक्रेन और रूस दोनों संप्रभु राष्ट्र बन गए। यह शीत युद्ध का दौर था। इस दौरान सोवियत संघ और अमेरिका के बीच तनाव चरम पर था। सोवियत संघ के विघटन के बाद इससे अलग हुए राज्यों ने अपनी स्वतंत्र विदेश नीति स्वीकार की। हालांकि, सोवियत संघ के विघटन के बाद भी रूस और अमेरिका के बीच रिश्ते बहुत मधुर नहीं रहे। दोनों देशों के बीच संबंधों में एक खिंचाव रहा है।
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