x
उन्होंने पुतिन और यूक्रेन में उनके बर्बर युद्ध का सामना किया.
यूनाइटेड किंगडम (UK) का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह काफी हद तक साफ हो गया है. पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) खुद पीएम पद की रेस से बाहर हो गए हैं. बोरिस जॉनसन ने कहा कि यह सही समय नहीं है. इससे यह अब लगभग तय हो गया है कि ऋषि सुनक (Rishi Sunak) यूनाइटेड किंगडम के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे. उनके सामने अब केवल मोर्डेंट की चुनौती है. हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ये भी कहा कि सदस्यता के वोट के लिए उनके पास संख्या है. जान लें कि प्रतिद्वंद्वी खेमों के बीच शांति वार्ता सफल नहीं रहने के बाद, ऋषि सुनक 150 से अधिक टोरी सांसदों के समर्थन से आगे बढ़ रहे हैं. केवल 60 सांसदों ने अब तक सार्वजनिक रूप से बोरिस जॉनसन के समर्थन की घोषणा की थी.
बोरिस जॉनसन ने की ये घोषणा
द सन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, पीएम पद की रेस के लिए पहले नॉमिनेशन और अब अपना नाम वापस लेना बोरिस जॉनसन की चौंकाने वाली घोषणा है. हालांकि, उनके करीबी पहले से ही उनसे पीएम पद की रेस में शामिल नहीं होने का आग्रह कर रहे थे. बोरिस जॉनसन ने घोषणा की, 'मेरा मानना है कि मैं 2024 में कंजर्वेटिव पार्टी की जीत के लिए अच्छी तरह से तैयार हूं.'
बोरिस ने आम चुनाव में बड़ी जीत दिलाई याद
बोरिस जॉनसन ने एक बयान में कहा कि वो पीएम पद की रेस की तरफ इसलिए आकर्षित हुए थे क्योंकि उन्होंने अपनी पार्टी को आम चुनाव में बड़ी जीत दिलाई थी. उन्होंने आगे कहा कि आप तब तक प्रभावी ढंग से शासन नहीं कर सकते जब तक संसद में आपके पास एकजुट ना हों.
राष्ट्र हित में लिया था ये फैसला
यूनाइटेड किंगडम के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा कि वह राष्ट्र के हित में एक साथ आने की उम्मीद में ऋषि सुनक और पेनी मोर्डेंट के पास पहुंचे थे, लेकिन दुख की बात है कि ऐसा करने का कोई तरीका नहीं निकाला जा सका. मेरा मानना है कि मेरे पास देने के लिए बहुत कुछ है लेकिन मुझे डर है कि यह सही समय नहीं है.
गौरतलब है कि पीएम पद की रेस से बोरिस जॉनसन के बाहर होने के बाद ऋषि सुनक ने उनकी तारीफ की. ऋषि सुनक ने कहा कि बोरिस जॉनसन को ब्रेक्सिट, कोरोना काल में किए गए कार्यों और पुतिन के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करने का श्रेय दिया. सुनक ने कहा कि उन्होंने हमारे सामने अब तक की सबसे कठिन चुनौतियों के समय देश का नेतृत्व किया. उन्होंने पुतिन और यूक्रेन में उनके बर्बर युद्ध का सामना किया.
Next Story