कनाडा में शुक्रवार को चार भारतीय नागरिकों की मौत के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मानव तस्करी पर सख्त कार्रवाई की बात कही है। इन चार भारतीयों की कथित तौर पर कनाडा और अमेरिका के बीच सीमा पार करने की कोशिश करते हुए ठंड से मौत हो गई थी।
जस्टिन ट्रूडो ने सख्त कार्रवाई का वादा किया
इस मामले पर पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि यह हैरान कर देने वाली खबर है। एक परिवार को इस तरह मरते देखना वाकई दुखद है। इससे भी ज्यादा बुरा है कि लोग उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर मानव तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। यही कारण है कि हम लोगों को अनियमित या अवैध तरीके से सीमा पार करने से हतोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम जानते हैं कि ऐसा करने में बड़े जोखिम हैं।
ट्रूडो ने कहा कि कनाडा तस्करी रोकने और लोगों को जोखिम से बचाने में मदद करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रहा है। मैनिटोबा रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने गुरुवार को बताया कि एमर्सन के नजदीक कनाडा-अमेरिका सीमा पर कनाडा की ओर बुधवार को चार शव मिले, जिनमें दो शव वयस्कों के, एक किशोर का और एक शिशु का था। कनाडा का मैनिटोबा प्रांत मिनेसोटा में अमेरिकी सीमा से लगभग 10 किमी दूर है।
टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास ने स्थानीय अधिकारियों और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के साथ समन्वय करने के लिए अधिकारियों की एक टीम मैनिटोबा में भेजी है। कनाडा की पुलिस ने भी ओटावा में भारतीय अधिकारियों को जानकारी दी है। हालांकि, चार पीड़ितों की पहचान अभी तक तय नहीं हुई है और मैनिटोबा रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने अपनी जांच जारी रखी है। सोमवार को पोस्टमार्टम होने की संभावना है।
गुजरात के रहने वाले थे सभी
कनाडा की सीमा पर मृत पाए गए दुखद चार लोगों से जुड़े सात अन्य भारतीय नागरिकों को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और मिनेसोटा के अमेरिकी जिला अदालत के समक्ष होमलैंड सिक्योरिटी एजेंट द्वारा दायर एक हलफनामे के अनुसार सभी विदेशी नागरिक गुजराती बोलते थे इससे यह संभावना है कि पीड़ित भी गुजरात के थे, हालांकि पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।
मामले में भारतीय मिशन ब्योरे का पता लगा रहा
मामले में भारतीय मिशन त्रासदी के ब्योरे का पता लगाने के लिए कनाडा के अधिकारियों के संपर्क में हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि शवों का पोस्टमार्टम 24 जनवरी को किए जाने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी अधिकारियों ने उपयुक्त दस्तावेज नहीं होने पर सात लोगों को और कनाडा से अमेरिका में मानव तस्करी करने में शामिल होने के आरोप में एक अमेरिकी नागरिक को भी हिरासत में लिया गया। सूत्रों ने कहा कि टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने तुरंत एक राजनयिक टीम मेनिटोबा भेजी है, जो अब स्थानीय अधिकारियों के साथ संपर्क कर रही है। ताकि चारों मृतकों के संबंध में किसी भी तरह की राजनयिक मदद की जा सके।