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तालिबान से बातचीत में अमेरिका ने जताई मानवाधिकार हनन पर चिंता

Harrison
2 Aug 2023 6:40 AM GMT
तालिबान से बातचीत में अमेरिका ने जताई मानवाधिकार हनन पर चिंता
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दोहा | अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से वहां हो रहे मानवाधिकार हनन को लेकर अमेरिका चिंतित है। कतर की राजधानी दोहा में तालिबान और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडलों के बीच हुई वार्ता में अमेरिका ने अफगानिस्तान में मानवाधिकार हनन पर चिंता जताने के साथ तालिबान द्वारा लगाई गई पाबंदियां हटाने को कहा।
दोहा वार्ता में अमेरिकी दल का नेतृत्व अफगानिस्तान के विशेष प्रतिनिधि थॉमस वेस्ट ने किया। थॉमस वेस्ट के अलावा इस दल में अफगानिस्तान में महिलाओं, लड़कियों और मानवाधिकारों की विशेष दूत रीना अमीरी और अफगानिस्तान में अमेरिका मिशन के प्रमुख कारेन डेकर भी शामिल थे। अफगानिस्तान की तरफ से इस बैठक में तालिबान के प्रतिनिधि और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हुए। वार्ता के दौरान अफगानिस्तान की भलाई और वहां के मानवीय संकट को लेकर बातचीत हुई। अमेरिकी दल ने जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास मजबूत बनाने की जरूरत है।
अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान में जारी मानवीय संकट पर चिंता जाहिर की और मानवीय सहायता प्रदान करने में सहायता संगठनों की मदद के लिए नैतिक सिद्धांत के आधार पर समर्थन करने की बात की गई। अफगानिस्तान में तेजी से गिरते मानवाधिकारों के मसले पर भी अमेरिका ने चिंता जाहिर की और तालिबान से अपील की कि वह मीडिया पर प्रतिबंध, धार्मिक प्रथाओं की सख्ती जैसे फैसलों को वापस ले।
बैठक के दौरान अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने अफगान सेंट्रल बैंक और अफगानिस्तान के वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से भी बातचीत कर अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था की चुनौतियों पर चर्चा की। अमेरिका ने तालिबान को उसके उस वादे की याद दिलाई, जिसमें तालिबान ने अमेरिका और इसके सहयोगी देशों की सुरक्षा के लिए खतरा ना बनने की बात कही थी। दोनों प्रतिनिधिमंडलों के बीच सुरक्षा के मुद्दे पर भी बातचीत हुई। अमेरिका ने तालिबान द्वारा गिरफ्तार किए गए अमेरिकी नागरिकों को रिहा करने की मांग की। साथ ही अफीम-पोस्ता की खेती पर प्रतिबंध और ड्रग तस्करी जैसे मुद्दों पर भी बात हुई।
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