हल्द्वानी में फैकल्टी पूरी नहीं होने की वजह से फॉरेंसिक विभाग में एमडी की सभी तीन सीट पर रोक
नैनीताल: अधिकारी कुमाऊं में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी में लगे हैं. वहीं पुरानों में व्यवस्थाएं संभल नहीं पा रही हैं. राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में फैकल्टी पूरी नहीं होने की वजह से फॉरेंसिक विभाग में एमडी की सभी तीन सीट पर रोक लगा दी गई है. वहीं सर्जरी विभाग की एक सीट की …
नैनीताल: अधिकारी कुमाऊं में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी में लगे हैं. वहीं पुरानों में व्यवस्थाएं संभल नहीं पा रही हैं. राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में फैकल्टी पूरी नहीं होने की वजह से फॉरेंसिक विभाग में एमडी की सभी तीन सीट पर रोक लगा दी गई है. वहीं सर्जरी विभाग की एक सीट की मान्यता खत्म हो गई है. स्त्रत्त्ी रोग विभाग की 4 सीटों पर खतरा मंडरा रहा है.
बीते साल नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) की टीम ने फॉरेंसिक विभाग का निरीक्षण किया था. जिसमें फैकल्टी सहित कई कमियां मिली थीं. इन्हें दूर करने के लिए करने के लिए विभाग को पत्र लिखा था. इसके बाद भी फैकल्टी की कमी दूर नहीं हो सकी. आगामी सत्र में फॉरेंसिक विभाग में कोई एडमिशन नहीं होगा. वहीं मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में पीजी की नौ सीटें थीं. यहां भी फैकल्टी की कमी पाए जाने पर एक सीट को कम कर दिया है. विभाग में पर्याप्त क्लीनिकल पदार्थ भी नहीं हैं.
अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में 45 से ज्यादा फैकल्टी की कमी है. प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि वह जल्द ही फैकल्टी के लिए विज्ञप्ति जारी करने वाले हैं. इस बीच पिथौरागढ़ में मेडिकल कॉलेज खोलने की तैयारी है.
गायनी की 4 सीटों पर लटकी है तलवार: स्त्रत्त्ी एवं प्रसूति रोग विभाग के निरीक्षण में बेड व फैकल्टी की कमी मिली थी. इसे लेकर 27 दिसंबर 2023 को नोटिस दिया था. इसके मुताबिक फैकल्टी की कमी दूर नहीं की गई तो पीजी की 4 सीटें निरस्त की जाएंगी.
मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी है. उसका असर पीजी सीटों पर पड़ रहा है. फैकल्टी की कमी को दूर करने के लिए सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं. - डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी