सिलहट: भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने महिला एशिया कप में टीम के विजयी अभियान के बाद शनिवार को यहां गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण की तारीफ करते हुए कहा कि टीम ने मैच की पहली गेंद से ही अपना दबदबा बनाए रखा था.
भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को नौ विकेट पर 65 रन पर रोकने के बाद स्मृति मंधाना की 25 गेंद में नाबाद 51 रन की पारी के दम पर महज 8.3 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर टूर्नामेंट के आठ सत्रों में से सातवीं बार जीत दर्ज की. इस टूर्नामेंट में 14 साल के बाद फाइनल में पहुंची श्रीलंकाई टीम की बल्लेबाज धीमी पिच पर सामंजस्य नहीं बिठा सकीं और पूरी पारी के दौरान रन बनाने के लिए जूझती दिखी.
इस मैच में बेहतर करना चाहती थी:
हरमनप्रीत ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमें अपने गेंदबाजों को श्रेय देना चाहिए. हमारी क्षेत्ररक्षक इकाई पहली गेंद से अच्छी थी और हमने चर्चा की कि हमें आसान रन नहीं देने है. आपको विकेट को समझकर उसके अनुसार क्षेत्ररक्षकों को सही जगह पर रखना होता है. उन्होंने कहा कि हम स्कोरबोर्ड की तरफ नहीं देख रहे थे हम पांच-पांच ओवरों के लिए लक्ष्य बना रहे थे. हमने कभी नहीं सोचा कि कितने रन बने है. पांच रन देकर तीन विकेट लेने वाली भारतीय गेंदबाज रेणुका सिंह ने कहा कि पिछले कुछ मैचों में लचर प्रदर्शन के बाद वह इस मैच में बेहतर करना चाहती थी.
मुझे अपनी लय वापस लाने में मदद की:
प्लेयर ऑफ द मैच बनीं इस खिलाड़ी ने कहा कि बहुत खुश हूं क्योंकि पिछले कुछ मैचों में मैंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की. मैंने अपने कोच और सहयोगी सदस्यों के साथ अभ्यास किया और उन्होंने वास्तव में मुझे अपनी लय वापस लाने में मदद की. रेणुका ने कहा कि मैंने बस अपने बेसिक्स पर ध्यान दिया और सफलता हासिल की. मेरी पूरी टीम ने मेरा बहुत अच्छा समर्थन किया और इसका श्रेय मेरे कप्तान, कोच और सहयोगी सदस्यों को को जाना चाहिए. अपने चार ओवरों में सिर्फ सात रन देने वाली हरफनमौला दीप्ति शर्मा टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुनी गयी.
हमें आगामी श्रृंखला में भी बहुत आत्मविश्वास देगी:
उन्होंने कहा कि पहले मैच से आज तक हमने जिस तरह से एक इकाई के रूप में प्रदर्शन किया उससे वास्तव में खुश हूं. हमने मैच से पहले जिस योजना के बारे में चर्चा की थी उसे अंजाम देने में सफल रहे. मैंने उन चीजें पर ध्यान दिया जिसमें मैं मजबूत हूं. इस चीजों ने मुझे इस टूर्नामेंट में बहुत मदद की.'दीप्ति ने कहा कि यहां के विकेट धीमे थे और इस टूर्नामेंट से पहले, मैंने अपनी बल्लेबाजी पर बहुत काम किया. इस तरह की बल्लेबाजी सत्र ने वास्तव में मेरी मदद की. यह जीत हमें आगामी श्रृंखला में भी बहुत आत्मविश्वास देगी.