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लखनऊ,(आईएएनएस)। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में नौ रन की हार के बाद भारतीय बल्लेबाज संजू सैमसन ने कहा कि टीम मामूली अंतर से जीत से दूर रह गयी। सैमसन ने इस मुकाबले 63 गेंदों में सर्वश्रेष्ठ नाबाद 86 रन बनाये।
लेकिन वांछित रन औसत बढ़ने और दूसरे छोर पर पार्टनर्स के आउट हो जाने से चीजें अंत में मुश्किल हो गयीं। सैमसन ने आखिरी ओवर में 21 रन बटोरे लेकिन टीम जीत से दूर रह गयी।
सैमसन ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, हम जीतने से दो शॉट- एक चौका और एक छक्का- से दूर रह गए। यदि हमने ऐसा कर दिया होता तो हम जीत सकते थे। गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की लेकिन तबरेज शम्सी थोड़े महंगे थे और हमने सोचा कि हम उन्हें निशाना बना सकते हैं।
उन्होंने कहा, उनके गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन शम्सी महंगे साबित हुए थे। हमें लगा कि हम उन पर प्रहार कर सकते हैं। उनका एक ओवर शेष था और मुझे पता था कि अगर 24 रन भी होते तो मैं आत्मविश्वास के साथ चार छक्के लगा सकता था। इसे ध्यान में रखते हुए ही मैं मैच को अंत तक लेकर जा रहा था।
भारत मैच तो हार गया लेकिन सैमसन को पता था कि टीम का प्लान सही था। उन्होंने कहा, हम दो शॉट से चूक गए - एक चौका और एक छक्का। अगर हमने वह लगाए होते तो हम जीत जाते।
सैमसन ने नाबाद 86 रन में नौ चौके और पांच छक्के लगाए। उन्होंने कहा, क्रीज पर समय गुजारना अच्छा लगता है। मैं दो शॉट लगाने से चूक गया लेकिन अगली बार मैं ज्यादा मेहनत करूंगा। लेकिन मैं अपने योगदान से संतुष्ट हूं।
भारतीय कप्तान शिखर धवन ने इससे पहले मैच के बाद प्रेजेंटेशन में कहा, जिस तरह से लड़कों ने खेल दिखाया वह काबिल-ए-तारीफ है। श्रेयस, सैमसन और शार्दुल खासकर बेहतरीन थे। हालांकि मुझे लगता है कि हमने 250 रन बनने दिए, जो कि अधिक थे क्योंकि पिच घूम रही थी। फील्डिंग में भी हमने रन दिए और कैच छोड़े। हालांकि यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक अच्छा अनुभव और सीख रहा।
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