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मुंबई, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के निर्वाचन अधिकारी एके जोती ने रोजर बिन्नी (Roger Binny) के नामांकन पर आपत्तियों को खारिज कर दिया है इसके साथ ही पूर्व क्रिकेटर के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है। क्रिकबज़ ने रविवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के कुछ सदस्यों ने बीसीसीआई की वार्षिक आम सभा में बिन्नी द्वारा राज्य के प्रतिनिधित्व पर आपत्ति जताई थी।
बिन्नी बीसीसीआई अध्यक्ष पद के एकमात्र उम्मीदवार हैं और 18 अक्टूबर को होने वाली आम सभा में उन्हें बीसीसीआई अध्यक्ष घोषित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि केएससीए के सदस्य एएम राममूर्ति और एन श्रीपति ने बीसीसीआई चुनाव (BCCI elections) और आम सभा में भाग लेने के लिए प्रतिनिधियों को नामित/नियुक्त करने के लिए केएससीए की प्रबंध समिति की पात्रता पर सवाल उठाया था। उनकी आपत्ति इस आधार पर थी कि प्रबंध समिति का कार्यकाल तीन अक्टूबर को समाप्त हो गया था इसलिए बिन्नी का नामांकन वैध नहीं है। यह भी बताया गया कि प्रबंध समिति आम सभा बुलाने या केएससीए के लिए चुनाव कराने में विफल रही है।
चुनाव अधिकारी ने आपत्ति को खारिज करते हुए कहा, "केएससीए के साथ सत्यापन पर यह पाया गया कि केएससीए ने इस वर्ष 12 और 14 सितंबर के पत्रों के जरिए 31 दिसंबर 2022 से पहले आम सभा और चुनाव आयोजित करने की अनुमति के लिए सोसायटी के जिला रजिस्ट्रार के कार्यालय में अभ्यावेदन दायर किया है। सोसायटी के जिला रजिस्ट्रार के कार्यालय ने अपने पत्र 19 सितंबर के पत्र के जरिए केएससीए को 31 दिसंबर 2022 को या उससे पहले एजीएम और चुनाव आयोजित करने की अनुमति दी है।
जोती ने कहा, "इसके अलावा, केएससीए के प्रतिनिधि के रूप में रोजर बिन्नी को नामित करने के लिए केएससीए की ओर से दाखिल नामांकन आवेदन सभी पहलुओं में पूर्ण पाया गया है। ऊपर बताए गए तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, आपत्तियां खारिज कर दी जाती हैं।"
उल्लेखनीय है कि इसी तरह की आपत्तियां हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) और उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) के खिलाफ भी उठाई गई थीं। चुनाव अधिकारी ने मोहम्मद अजहरुद्दीन और राजीव शुक्ला का नाम को हरी झंडी दिखाने से पहले शिकायतों की जांच की। दोनों अधिकारी बीसीसीआई आम सभा में अपने-अपने संघ के प्रतिनिधि होंगे। यह आपत्तियां निर्वाचन अधिकारी द्वारा शुरू की गई प्रक्रिया का हिस्सा थीं। उन्होंने बीसीसीआई चुनाव के लिए मतदाता सूची को अंतिम रूप देने से पहले राज्य संघ के किसी भी नामित प्रतिनिधि के खिलाफ किसी भी तरह की असहमति को आमंत्रित किया था और कहा था कि किसी भी आपत्ति का सत्यापन करने के बाद ही अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी।
Source : Uni India
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